प्राथमिक स्कूल म 15 अगस्त ले सुरू होही ‘गढ़बो नवा भविष्य’ कार्यक्रम, लइका मनला किताबी गियान संग व्यावहारिक शिक्षा

अंजोर
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अंजोर.रायपुर, 14 अगस्त। छत्तीसगढ़ के सबो प्राथमिक स्कूल के लइका ल पुस्तक के गियान के संग अब व्यावहारिक ज्ञान भी दे जाही। ओला अपन समाज अउ अपन आस-पास के व्यवहारिक बात भी सिखाई जाही। येकर खातिर गढ़बो नवा भविष्य कार्यक्रम के शुरूआत 15 अगस्त ले सबो प्राथमिक स्कूल म करे जात हावय।  

गढ़बो नवा भविष्य कार्यक्रम के माध्यम ले स्कूली लइका ल समाज म आने-आने बुता अउ व्यावसाय ले जुड़े लोगन के पहचान कराये जाही। शिक्षक ये व्यवसाय ले जुड़े बात अउ व्यवहारिक जानकारी कहानी के माध्यम ले लइका ल देही। पुस्तकीय ज्ञान अउ व्यावहारिक ज्ञान दुनों बात लइका के मिले ले ओमा पढ़ई के रूचि जागही। लइका के कक्षा म सिखाये बात ल अपन बड़े भाई-बहन या पालक के सहयोग लेके ए पुस्तक म दे गे आने-आने व्यवसाय के बारे म चित्र ल देखके गोठबात करे के खातिर प्रोत्साहित करे जाही। शिक्षा विभाग डहर ले सबो शिक्षक मन ल ए कार्यक्रम के गतिविधी के अभिलेख तइयार करे के खातिर भी निर्देशित करे गे हावय।

उल्लेखनीय होवय के कोरबा जिला म ब्रुनेई विश्वविद्यालय डहर ले करे गे एक अध्ययन म ये पाये गे हावय के लइका अपन आस-पास के वातावरण ले नवा-नवा जानकारी रूचि के संग सीखत हावयं। ए अध्ययन के आधार म राज्य म प्राथमिक स्तर म ही लइका ल आने-आने व्यवसाय के जानकारी दे के उद्देश्य ले ए सत्र म प्राथमिक शाला म लइका अउ शिक्षक मन के खातिर ‘गढ़बो नवा भविष्य’ के नाम ले सामग्री उपलब्ध कराये गे हावयं।

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