हीरालाल काव्योपाध्याय
पुरखा के सुरता : छत्तीसगढ़ी व्याकरण के सर्जक हीरालाल 'काव्योपाध्याय'
जनम अउ देहावसान के तिथि सुरता नइये ते पायके आज 11 सितंबर के खास दिन म उनला सुमिरन करथन।
महान बंगाली संगीतज्ञ अउ बंगाल संगीत अकादमी के संस्थापक राजा सुरेन्द्र मोहन टैगोर कोति ले 11 सितंबर 1884 के छत्तीसगढ़ी व्याकरण के सर्जक हीरालाल चंद्रनाहू ल काव्योपाध्याय उपाधि अउ सोन के बाजूबंद ले सम्मानित करे गे रिहिसे।
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जोहार पहुना, मया राखे रहिबे...