​नवा साल म घूमो हमर छत्तीसगढ़: प्रकृति, रोमांच अउ संस्कृति के संग

अंजोर
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​​नवा साल के स्वागत बर छत्तीसगढ़ ले बढ़िया अउ कोनो जगा हो ही नहीं सकय। इहाँ के हरे-भरे जंगल, कल-कल करत झरना, प्राचीन मंदिर अउ पहाड़ी मन तोर मन ला मोह लिही। चलव, देखथन हमर छत्तीसगढ़ के कुछु खास अउ अनदेखे ठिकाना मन ल! 

बस्तर संभाग: जलप्रपात अउ प्रकृति के राज

​बस्तर प्रकृति प्रेमी अउ एडवेंचर चाहने वाला मन खातिर स्वर्ग आय। दिसंबर-जनवरी म इहाँ के मौसम एकदम सुहावना रहिथे।

  • चित्रकोट जलप्रपात (Jagdalpur):
    • खासियत: ए झरना के चौड़ाई बरसात म तीन सौ मीटर ले जादा हो जाथे, तेकरे सेती एला 'भारत के नियाग्रा' कहिथें।
    • नवा साल म: संझा बेरा इहाँ कलरफुल लाइटिंग करथें, जेकर नजारा बहुत मनमोहक होथे। इहाँ आसपास म रिसॉर्ट हें जिहाँ रुक के पिकनिक अउ कैम्पिंग करे जा सकत हे।
    • पास के देखे के जगा: तामड़ा घूमर जलप्रपात।
  • तीरथगढ़ जलप्रपात (Kanger Valley National Park):
    • खासियत: ए झरना लगभग 300 फीट के ऊँचाई ले गिरथे, जेला दूध के धार बरोबर दिखथे।
    • जंगल सफारी: इहाँ कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान हे, जिहाँ वन्यजीव देखे जा सकत हे।
    • कुटुमसर गुफा: ए राष्ट्रीय उद्यान म चूना पत्थर के बनिस कुटुमसर गुफा हे, जेला देखे म बहुत मजा आथे। गुफा के भीतर अइसन अंधा मछली मन मिलथे, जेला आँखें नई होवय।

​उत्तरी छत्तीसगढ़: मैनपाट अउ पहाड़ी खूबसूरती

​नवा साल म ठंड के मजा लेहे बर अउ पहाड़ी इलाका देखे बर सरगुजा संभाग जा।

  • मैनपाट (Ambikapur):
    • खासियत: एला 'मिनी तिब्बत' घलो कहिथें, काबर कि इहाँ तिब्बती शरणार्थी मन बसे हें। इहाँ के मौसम सालभर ठंडा रहिथे।
    • मुख्य आकर्षण:
      • उल्टा पानी (Ulta Pani): अइसन जगह जिहाँ ढलान म पानी ऊपर कोती बहथे, जेला ग्रेविटी के खिलाफ मानथें।
      • टाइगर पॉइंट अउ फिश पॉइंट: इहाँ झरना हें, जिहाँ ट्रेकिंग करे के मजा आथे।
      • दलदली (Daldali): जेला जम्पिंग लैंड कहिथें, इहाँ के जमीन दलदल के कारण उछलथे।
  • रामगढ़ अउ सीता बेंगरा गुफा:
    • खासियत: ये एशिया के सबले जुन्ना नाट्यशाला माने जाथे। इतिहास प्रेमी मन खातिर बहुत खास हे।

मध्य छत्तीसगढ़: इतिहास, कला अउ धार्मिक आस्था

​रायपुर अउ ओकर आसपास म अइसन जगा मन हें जिहाँ छत्तीसगढ़ के इतिहास अउ संस्कृति के झलक मिलथे।

  • भोरमदेव मंदिर (Kawardha):
    • खासियत: ये मंदिर 11वीं सदी के हे अउ एला 'छत्तीसगढ़ के खजुराहो' कहिथें। मंदिर के दीवार म कामुक मुद्रा अउ कलाकारी वाली नक्काशी देखई म आथे।
    • वातावरण: मंदिर चारों कोती ले शांत जंगल अउ पहाड़ ले घेराए हे। नवा साल म इहाँ शांति ले पिकनिक मनाए जा सकत हे।
  • सिरपुर (Mahasamund):
    • खासियत: ये प्राचीन काल म दक्षिण कोसल के राजधानी रहिस। महानदी के किनारे हे।
    • देखे लायक: लक्ष्मण मंदिर (ईंटा ले बनिस) अउ बौद्ध विहार मन के अवशेष। पुरातत्व म रुचि रखने वाला मन बर एकदम सही हे।
  • गिरौदपुरी धाम (Baloda Bazar):
    • खासियत: ये सतनामी समाज के आस्था के केंद्र हे। इहाँ के जैतखाम बहुत ऊँचा अउ भव्य हे।
  • नंदनवन जंगल सफारी अउ मुक्तांगन (Raipur):
    • जंगल सफारी: वन्यजीव मनला ओकर प्राकृतिक निवास म देखे के अनुभव। नवा साल म एक दिन बिताए खातिर बढ़िया हे।
    • पुरखौती मुक्तांगन: ये आउटडोर म्यूजियम हे, जिहाँ छत्तीसगढ़ के जम्मो संस्कृति, लोक कला अउ रहन-सहन के मॉडल ल बनाए गए हे।

​नवा साल म यात्रा करे खातिर सुझाव:

  1. भीड़: 30 दिसंबर ले 2 जनवरी तक सबो पर्यटन स्थल म बहुत भीड़ रहिथे, तेकर सेती अपन समय के चुनाव होसियार ले करबे।
  2. बुकिंग: बस्तर अउ मैनपाट जइसन पर्यटन स्थल म आवास (होटल/रिसॉर्ट) के बुकिंग एक महिना पहिली ले करा लेना चाही।
  3. मौसम: दिसंबर-जनवरी म रात अउ बिहनिया जादा ठंड परथे, तेकर सेती गरम कपड़ा जरूर रखबे।

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