छत्तीसगढ़िया समाज संग अऊ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सयुक्त आयोजन म "खारुन दाई के आज़ादी" बर पाँच दिवसीय पदयात्रा निकाले जात हवय। ये यात्रा 1 जून 2025 के बिहनिया 7 बजे दुर्ग जिला के सोमनाथ लखना ले सुरू होके 5 जून 2025 के विश्व पर्यावरण दिवस के दिन रायपुर के महादेव घाट म समापन होही।
ये मउका म, छत्तीसगढ़िया समाज संग अऊ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना डहर ले अपील करे गे हावय-
बालोद, रईपुर, दुरुग अऊ बेमेतरा जिला के जीवनदायिनी नदिया खारुन के वर्तमान दुर्दशा ल आप सब देखत अऊ जानत हव। मानव सभ्यता हमेशा नदी किनारे विकसित होथे। खारून के ओरी-ओर सैकड़ों गांव सदियों ले बसे हावय, खारुन के उपजाऊ कछार म खेती, नदी म साग-भाजी, मछरी पालन, पार मन म बगईचा, कुम्हार मन के बरतन-भाड़ा आदि ले हम लाखों छत्तीसगढ़िया मन के पेट-पोसईया खारुन दाई आज अपन अस्तित्व अऊ जिंदा बांचे बर रोवत-कलपत हे।
भस्मासुर सरकार मन नदी के असली मालिक किसान मन के दमन करके खारुन के बचे-खुचे पानी ल नवा-नवा बाहिर ले आए उद्योगपति मन ल बरपेली देवत हे। उद्योगपति मन नदी म भारी-भरकम बोर-पंप लगाके सफ्फा पानी ल खींचत हे अऊ किसान मन, किसान के लक्ष्मी मवेशी मन भूख-प्यास मरत हे। नदी के तट के रेती मन ल रात-बिकाल तस्करी करके खाली कर दीन जेकर ले पार मन घोलावत जात हे।
उद्योग अऊ शहर के गंदा पानी ल बिना फिल्टर करे खारुन म छोड़े जात हे। नदी के पानी आज गंदा नाला अऊ गटर के माफिक हो चुके हे। भारत के दूसर राज्य म कभु अईसन नी होवय। अपन प्रकृति रक्षा बर उन लड़ मरथे। त हम छत्तीसढ़िया मन काबर गहिर नींद म सूते हन? अभी हाल म ही छत्तीसढ़िया क्रान्ति सेना महादेव घाट ल कब्जा मुक्त करईस हे अउ अब "संपूर्ण खारुन मुक्ति" बर तत्पर हे। त आवव जल-जंगल-भूईंया बचाय के ये बड़का मुहिम म घर-परिवार, लईका-पिचका सहित शामिल होवव।
ये यात्रा काबर जरूरी हे :
खारुन नदी, जऊन ल छत्तीसगढ़ मं जीवनदायिनी माने जाथे, ओकर अस्तित्व आज संकट मं हवय। नदिया, नाला, डोंगरी, जंगल अऊ खेत-खार सब झन मुनाफाखोर मन के कब्जा अऊ प्रदूषण ले बरबाद होवत जात हे। ये पदयात्रा के जरिये जनता मं जागरूकता फैलाए जावत हवय, अऊ शासन-प्रशासन ऊपर दबाव बनाके खारुन दाई सहित दूसर नदिया मन के रक्षा करे के मांग उठाए जात हवय।
छत्तीसगढ़िया समाज संग अऊ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के मांग:
- किसानी अऊ निस्तारी बर पानी पहिली प्राथमिकता होवय तेकर बाद उद्योग ल मिलय।
- ग्राम-सभा प्रस्ताव अऊ जन-सुनवाई मन के अवहेलना अऊ माखौल उड़ाना तत्काल बंद होना चाही।
- नदी म प्रदूषित औद्योगिक कचरा अऊ सीवरेज अपशिष्ट मन ल सीधा डालने वाला मन उपर आपराधिक कार्यवाही करे जाए।
- राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण अऊ माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार नदी के रेती के लूटपाट रोक के संरक्षित किया जाए।
- नदी के पानी खातिर सरकार अऊ उद्योगपति मन के बीच होये अनुबंध ल सार्वजनिक किया जाए।
पदयात्रा के आरो:
📅 1 जून 2025, इतवार, बिहनिया 7 बजे
📍 सोमनाथ लखना ले
पदयात्रा के रसता:
- सोमनाथ लखना ले सुरू होके, कई गाँव अऊ ठऊर ले होवत महादेव घाट, रायपुर तक।
पदयात्रा के समापन:
📅 5 जून 2025, बिरसपत – विश्व पर्यावरण दिवस
📍 महादेव घाट, रायपुर
👉 हुंकार सभा मं किसान, मजदूर, नौजवान, महिला अऊ बुजुर्ग मन के भारी भीड़ रही।
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