छत्तीसगढ़ ल एक अऊ राष्ट्रीय पुरस्कार : ‘मोर मयारू गुरूजी’ कार्यक्रम ल मिलिस स्कोच अवार्ड, मुख्यमंत्री अउ महिला बाल विकास मंत्री ह दीस बधाई

अंजोर
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छत्तीसगढ़ ल एक अऊ राष्ट्रीय पुरस्कार
छत्तीसगढ़ ल एक अऊ राष्ट्रीय पुरस्कार

अंजोर.रायपुर। छत्तीसगढ़ ह एक बार फेर राष्ट्रीय स्तर म उपलब्धि हासिल करे हावय। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग डहर ले संचालित मोर मयारू गुरूजी कार्यक्रम के चयन बुधवार के स्कोच अवार्ड (सिल्वर) के खातिर करे गे हावय। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ल ये अवार्ड नवा दिल्ली म दे करके सम्मानित करे जाही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अउ महिला अउ बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ह पुरस्कार के खातिर आयोग के बधाई दीस हावय। जानबा होवय के स्कोच संस्था डहर ले नामांकन ले लेके आखरी चरण तक लगभग 7 स्तर म चरणबद्ध तरीका ले मूल्यांकन के बाद ये सम्मान दे जाथे। मोर मयारू गुरूजी कार्यक्रम के माध्यम ले आयोग ह प्रदेस के लगभग 2 हजार शिक्षक मन के प्रशिक्षित हावय। 

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के स्कोच अवार्ड मिले के घोसना ऑनलाइन कार्यक्रम म करे गिस। एमे देशभर ले कई राज्य सामिल होइस। छत्तीसगढ़ ले राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम, सदस्यगण श्रीमती पुष्पा पाटले, श्रीमती आशा संतोष यादव, श्रीमती संगीता गजभिये, सोनल कुमार गुप्ता, अगस्टीन बर्नाड अउ सचिव चिन्हारी खरे तको कार्यक्रम म सामिल होइस। सबो सदस्य मन ह अध्यक्ष श्रीमती नेताम के बधाई दीस। ए म ओमन अवार्ड के श्रेय आयोग के सदस्य मन के मेहनत ल दे हावय। 

जानबा होवय के आयोग के ‘मोर मयारू गुरूजी‘ कार्यक्रम के माध्यम ले शिक्षक मन के बाल अधिकार के रक्षा के खातिर खेल अउ आन गतिविधी के माध्यम ले रोचक तरीका ले प्रशिक्षण दे जाथे। ए कार्यक्रम के रोचक तरीका ले डिजाईन करे गे हावय। येकर बखत मात्र 2 ले 3 घंटा ही रखे गे हावय, जेकर ले शिक्षक एला आसानी ले ग्रहण कर सकें। आयोग के ये मानना हावय के एक शिक्षक अउ लइका के संबंध 5 साल ले 12 साल तक रहय हावय अउ ए बीच शिक्षक के व्यक्तित्व के लइका म गहरा प्रभाव पड़त हावय। एला धियान म रखत बाल अधिकार सहित शिक्षक मन डहर ले लइका ले गोठबात करत समय अउ पढ़ात समय कोन बात म जोर देना हावय अउ कोन कमी ल सुधारना हावय, ये सबो विषय ल मोर मयारू गुरूजी कार्यक्रम म सामिल करे गे हावय।

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