अंजोर.दुर्ग। अविभाजित मध्यप्रदेश के पहिली महिला सांसद ममतामयी गुरू मां मिनीमाता के सुरता म उंकर पुण्यतिथि के मउका म दुर्ग के सतनाम भवन म जलसा के आयोजन करे गे रिहिस। जेमा छत्तीसगढ़ी सिनेमा के बड़का कलाकार, समाजसेवी अउ आन क्षेत्र म जबर बुता करइया मनखे मनके सम्मान करे गिस।
जानबा होवय के मिनीमाता के मूल नाम मीनाक्षी देवी रिहिस। उंकर जनम 13 मार्च 1913 के असम राज्य के दौलगांव म होइस। ओमान असमिया, अंग्रेजी, बांगला, हिन्दी अउ छत्तीसगढ़ी भाषा जानय। उंकर बिहाव गुरूबाबा घासीदास जी के वंशज गुरू अगमदास ले होइस। बिहाव के बाद वो छत्तीसगढ़ आईस, तब ले ओमन ए क्षेत्र के विकास के खातिर अपन जीवन समर्पित कर दीस। गुरू अगमदास जी के प्रेरणा ले स्वाधीनता के आंदोलन, समाजसुधार अउ मानव उत्थान बुता म ओमन बढ़-चढ़के हिस्सा लिस। मिनीमाता सन् 1951 ले 1971 तक सांसद के रूप म लोकसभा के सदस्य रिहिस। छत्तीसगढ़ के पहिली महिला सांसद के रूप म दलित अउ महिला मनके उत्थान खातिर करे बुता के सेला उनला सदा सुरता करे जाही।
मिनीमाता के सुरता म दुर्ग के सतनाम भवन म आयोजित कार्यक्रम म प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू अउ लोकप्रिय पंथी कलाकार अमृता बारले जी के पहुनाई म सिनेमा के क्षेत्र म नारी मनके जबर भूमिका ल सुरता करत दुर्ग जिला के दू बड़का कलाकार श्रीमती उपासना वैष्णव अउ श्रीमती उर्वशी साहू ल मिनीमाता सम्मान ले अलंकृत करे गिस।
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