कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा म हरेली तिहार के धूम, केऊ प्रतियोगिता सामिल होइन लइका-सियान

अंजोर
0
कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा म हरेली तिहार के धूम, केऊ प्रतियोगिता सामिल होइन लइका-सियान

अंजोर.दंतेवाड़ा। कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा म छत्तीसगढ़ के पहिली तिहार हरेली बड़े ही धूमधाम ले मनाये गिस। हरेली तिहार के शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के फोटो म माल्यार्पण अउ पूजन करके करे गिस। खेती म प्रयोग होए वाला सबो कृषि यंत्र अउ वाहन, मसीन अउ पशु मन के पूजन बर गोबर ले लिपाई करके चाउंर पिसान ले चौका बनाये गे अउ नीम अउ भेलवा के पान के पूजन पाछु खेत अउ कार्यालय अउ कृषि यंत्र अउ वाहन म लगाये गिस। पूजन म स्थानीय फुल सदाबहार, गुलहर अउ घंटी फूल के उपयोग के संग ही पूजन म छत्तीसगढ़ी व्यंजन गुड ले बना होइस चिला अउ गुलगुला भजिया बिसेस रूप ले चढ़ाये गिस अउ चाउंर आटे के गाढ़ा घोल ले कृषि यंत्रों अउ गाड़ी म हाथ के छाप दे गिस। संग ही अच्छा फसल उत्पादन अउ सुख समृद्धि के कामना करिस। ए बखत प्रक्षेत्र म बुता करे वाला कृषि, डेयरी अउ पोल्ट्री श्रमिक, केन्द्र के सबो वैज्ञानिक, कर्मचारी अउ मजदूर समिलहा रूप ले मौजूद रिहिस।

भैरमबंद म तको मनाये गिस हरेली तिहार

भैरमबंद गउठान म हरेली तिहार के आयोजन करे गिस जेमा जिला के  अधिकारी मनद्वारा पारंपरिक विधि ले पूजा अर्चना करके आने-आने रकम ले पौधा जइसे नारियल, आम के पौधा के रोपण करे गिस। संग ही आज ले भैरमबंद गउठान म गोमूत्र खरीदी के शुभारंभ करे गिस। कार्यक्रम म स्व-सहायता समूह के महिला मन डहर ले आने-आने रकम ले के खेल के आयोजन जइसे रस्सा कसी खेल, गेडी-दौड़, फुगडी, भौंरा उक के आयोजन करे गिस। ए बखत अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे, समिलहा कलेक्टर सुरेन्द्र ठाकुर, एसडीएम शिवनाथ बघेल, तहसीलदार श्रीमती यशोदा केतारप, आन अधिकारीगण, सरपंच, उपसरपंच, स्व-सहायता समूह के महिलाएं, गउठान समिति के सदस्य सहित ग्रामीण जन मौजूद रिहिस।

हरेली तिहार म लइका मनह तको दिखाई अपन सहभागिता

जिला के आवासीय स्कूल छू लो आसमान, पोटाकेबिन बेंगलूर अउ बांगापाल म बड़े  ही उत्साह के संग हरेली तिहार मनाये गे। लइका डहर ले कृषि औजारों के विधिवत पूजा के गे। येकर संग ही आने-आने प्रतियोगिता के आयोजन करे गिस संग ही लइका डहर ले नृत्य करके खुशी जाहिर के अउ पढ़ईया मन डहर ले पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण बर संदेश दे गिस।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !