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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल |
आर्थिक अउ पारिवारिक परेशानी ले ग्रस्त माँ कइसे ए योजना ले लाभ मिले हावय, बतात हावयं - मैं गुपचुप के ठेला लगाथ्वं । आमदनी मुश्किल ले 50 रूपिया दिन के। येकर पहिली घर-घर जाके काम करत रिहिस, लॉकडाउन म वोहू छूट गे। ससुराल वाला दहेज के खातिर प्रताड़ित करत रिहिस। पति दारू पीके मारपीट करत रिहिन, इतका जुलुम करे हावयं के सुरता तको नइ करना चाहवं। रूपा अपन कहानी बतात रो डरिस। वो आगू कहिन ' आप ही बतावो 15 सौ रूपिया महीना म का घर चलाही, का अपन लइका ल पढ़ा पाही। मैं जब ठेला लेके निकले हावं त लइका घर म रिहि येकर बेवस्था तको करना रिहिस। एक दिन कबाड़ी वाला ले तीन सौ रूपिया म एक टीवी खरीदीस ताकि लइका घर म बिजी रिहि अउ मैं काम म जा सकूं।
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