अंजोर.बस्तर, 26 मई। दू साल पहिली तक बस्तर ब्लाक के दुरा गांव के शांति कश्यप ल ये नइ पता रिहिस के वो अपन घर के खराब आर्थिक स्थिति ल कइसे ठीक करही। शांति त ये पता रिहिस के आस पास के जंगल म मिले वनोपज ले आर्थिक लाभ कमाये जा सकत हावय, फेर वो अइसे करे कइसे ये नइ पता रिहिस। अइसे म शांति के वन धन योजना के सहारा मिले अउ शांति ह अपन जइसे कुछ महिला मन के संग जोड़कर तेलगिन महतारी महिला स्व सहायता समूह खड़ा कर दीस। शांति अउ उंकर समूह के महिला मन अब महुआ बीजहा अउ करंज तेल के समर्थन कीमत म खरीदती हावयं अउ अपन प्रसंस्करण केंद्र के माध्यम ले ये इंकर तेल निकालके बाजार म बेचथे।
महुआ बीजहा के तेल दीपक जलाये के काम आत हावय जबकि करंज के तेल दवई के रूप म इस्तेमाल करे जाथे। तेलगिन महतारी महिला स्व सहायता समूह के ये प्रोडक्ट क्षेत्र म काफी परसिध हावय अउ येकर मांग तको दिन ब दिन बढ़त जात हावय। यही सेती हावय के दू साल के भीतर शांति अउ समूह के महिला सदस्य मन ह साढ़े चार लाख रूपिया के मुनाफा कमाये हावय। बाजार म बढ़त मांग अउ शासन के कोति ले 65 लघु वनोपज म दे जा रिहिन समर्थन कीमत अउ वन धन योजना के मिश्रण ले शांति अपन उत्पादन के बढ़ात हावयं अउ आने वाला दिन म अपन समूह ल तको बड़का करे के विचार रखत हावयं। येकर खातिर शांति कश्यप ह इमली ले जुड़े जिनिस के प्रसंस्करण के काम तको सुरू कर दे हावय।
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