अंजोर.रायपुर, 09 दिसम्बर। पुरखौती मुक्तांगन ल नवा स्वरूप म आकर्षक अउ भव्यता के संग छत्तीसगढ़ के संस्कृति अउ परम्परा के एक अलग पहचान होही, इहां आने वाला दर्शक, पर्यटक, सैलानी अउ कलाकार मनके खातिर ठहरे, खान-पान, पार्किंग के उत्तम बेवस्था सहित आन जरूरी सामग्री अब उपलब्धता होही। ये सब बिसे म गोठ बाज संस्कृति मंतरी भगत ह पुरखौती मुक्तांगन संग्रहालय निर्माण अउ संचालन समिति के बइठक म किहिन।
मिले आरो के मुताबिक अधिकारी मन ह बताइन के दर्शक अउ पर्यटक मनके सुविधा के खातिर पुरखौती मुक्तांगन म बैटरी चलित वाहन के संचालन करे जाही। जेमा 50 रूपिया प्रति मनखे के भ्रमण दर निर्धारण करे म सहमति दे गिस हावय। बइठक म अधिकारी मन ह बताइन के मुक्तांगन परिसर म आकर्षक स्वरूप म छत्तीसगढ़ के नक्शा म राम वन गमन पर्यटन परिपथ के प्रादर्श भी लगाये जाही। संग ही पर्यटक के सुविधा के खातिर मुख्य गेट के दांये अउ बायें 10 दुकान के निर्माण करे जाना हावय। बइठक म पार्किंग व्यवस्था, बिजली, पानी, सुलभ-शौचालय, जन सुविधा केन्द्र उक के संबंध म भी विस्तार ले गोठबात करे गिस हावय।
बैठक म संस्कृति अउ पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., संचालक विवेक आचार्य, छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद् के सदस्य नवल शुक्ला, ईश्वर सिंह दोस्त अउ योगेन्द्र त्रिपाठी सहित विभाग के संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रिहिस।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।