इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय म 30 करोड़ के लागत के विकास बुता के लोकार्पण करत मुख्यंमंत्री दाऊ भूपेश बघेल किहिन के कृषि के विकास अउ किसान मनके कल्याण हमार पहिली प्राथमिकता

अंजोर
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अंजोर.रायपुर, 08 अक्टूबर। मुख्यमंत्री दाऊ भूपेश बघेल ह किहिन हावय के कृषि के विकास अउ किसान मन के कल्याण छत्तीसगढ़ सरकार के पहिली प्राथमिकता हावय। कृषि के क्षेत्र म नवा तकनीक के विकास अउ एला किसान मन तक पहुंचाये के बुता म इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय जरूरी भूमिका निभात हावय। छत्तीसगढ़ के कृषि जिनिस के निर्यात के बढ़ावा दे म आज ले कृषि विश्वविद्यालय म सुरू होत फाईटोसेनेटरी लैब के जरूरी योगदान होही। गांव के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क म अब कृषि वैज्ञानिक डहर ले विकसित प्रसंस्करण तकनीक के उपयोग करे जाही। गउठान म गोबर ले जैविक खातु के निर्माण, बिजली उत्पादन अउ वैल्यू एडीशन के बुता म वैज्ञानिक अनुसंधान अउ तकनीक के उपयोग के बढ़ावा दे जात हावय।

मुख्यमंत्री श्री बघेल आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ले लगभग 30 करोड़ रूपिया के लागत ले बने भवन अउ आन अधोसंरचना के लोकार्पण करे के बाद कार्यक्रम ल सम्बोधित करत रिहिस। ए मउका म ओमन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित नवा बने कृषि विज्ञान केन्द्र भवन, अक्ती जैवविविधता संग्रहालय, नवा बने नॉलेज सेंटर भवन अउ रिकार्डिंग स्टूडियो अउ फाइटोसेनेटरी प्रयोगशाला के लोकार्पण के संग वर्चुअल रूप ले उद्यानिकी कॉलेज जगदलपुर अउ कृषि कॉलेज रायगढ़ के नवा बने कॉलेज भवन, बालक छात्रावास अउ कन्या छात्रावास भवन अउ 16 कृषि कॉलेज मन म बने ई-क्लास रूम के लोकार्पण करिन।

कार्यक्रम म कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, विधायक सत्यनारायण शर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य किसान कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा, शाकम्बरी बोर्ड के अध्यक्ष राम कुमार पटेल, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटिल भी उपस्थित रिहिस। कार्यक्रम म विधायक प्रकाश नायक, रेखचंद जैन, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय बोर्ड के सदस्य बोधराम कंवर सहित केऊ कृषि वैज्ञानिक अउ प्राध्यापक वर्चुअल रूप ले सामिल होए।

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