बइठक म महानदी म बने बैराज मनके जल के उपयोगिता के लेके भी गोठबात करे गिस। मुख्यमंत्री ह महानदी म बने बैराज मनके जल के उपयोग सिंचाई के खातिर करे जाये बर अधिकारी मन ल लिफ्ट एरिगेशन के प्लान तइयार करे के निर्देश दिस। बइठक म कृषि अउ जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव गृह अउ जल संसाधन सुब्रत साहू, जल संसाधन विभाग के सचिव अविनाश चम्पावत, सीआईडीसी के प्रबंध संचालक अनिल राय सहित आन अधिकारी उपस्थित रिहिस।
ये मउका म बइठक म अपर मुख्य सचिव जल संसाधन सुब्रत साहू ह बताइन के बीते ढ़ाई साल म जल संसाधन विभाग डहर ले जुन्ना सिंचाई जल परियोजना के पुनर्स्थापन, नहर लाईनिंग अउ उपलब्ध जल के व्यवस्थापन ले वास्तविक सिंचाई के रकबा 10.90 लाख हेक्टेयर ले बढ़के 13.55 लाख हेक्टेयर हो गे हावय। राज्य म बने सिंचाई क्षमता के विरूद्ध खरीफ म 70.88 प्रतिशत अउ रबी म 25.57 प्रतिशत सिंचाई होत हावय, जेन राष्ट्रीय औसत के लगभग बरोबर हावय। ओमन बताइन के राज्य म बने अउ निर्माणाधीन सिंचाई परियोजना ले कुल सृजित सिंचाई क्षमता 21.34 लाख हेक्टेयर हावय। बने सिंचाई क्षमता अउ वास्तविक सिंचाई क्षमता के अंतर ल कम करे जाये के उत्तरोत्तर प्रयास सरलग करे जा रिहिन हावय। यही सेती बीत ढाई साल म वास्तविक सिंचाई के रकबे म जल संसाधन विभाग के परियोजना के माध्यम ले 2.65 लाख हेक्टेयर अउ मनरेगा ले बने तालाब, कुंआ, के अलावा नलकूल अउ सुजला योजना के माध्यम ले लगभग 1.15 लाख हेक्टेयर ए रकम ले कुल 3.80 लाख हेक्टेयर म सिंचाई सुविधा होए हावय।
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