कलेक्टर ह किहिन के गाँव म फसल के ट्रैक रिकार्ड तुँहर पास होही, कई अइसे किसान हावयं जेन पहिली के साल म धान के अलावा दूसरा फसलें भी लेवत रिहिन हावयं एमन ल चिन्हांकित करें। सरकार डहर ले प्रति एकड़ दे जात दस हजार रूपिया प्रोत्साहन रकम ले ओला ए फसल के खातिर पर्याप्त आर्थिक लाभ होही। मक्का जइसे फसल म त सरकार समर्थन कीमत भी देत हावय।
कलेक्टर ह किहिन के बड़े किसान अपन भूमि म फसल वैविध्य कर सकत हावयं। कुछ भूमि म धान, कुछ म दलहन-तिलहन अउ कुछ म बांस-सागौन आदि के प्लांटेशन कर सकत हावयं। ए रकम ले वैविध्य अपनाये ले आर्थिक लाभ भी होही। ए मउका म योजना के क्रियान्वयन के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी भी उपस्थित रिहिसं। ओमन फसल वैविध्य के खातिर किसान मन के तइयार करे के संग ही अइसे करे के इच्छुक किसान मन के खातिर खाद-बीज के बेवस्था उपलब्ध कराये के दिशा म होमवर्क करे के निर्देश अधिकारी मन ल दिये।
ये बिन्दु ल लेके किसान मन ल जागरूक करही अधिकारी- अधिकारी बताही के कोन रकम ले फसल वैविध्य अपनाके किसान खातिर लाभ के सौदा हावय। सरलग धान ले लेके जमीन के ऊर्वरा क्षमता घटे लगत हावय। दलहन फसल जमीन म नाइट्रोजन के फिक्स करत हावयं जेकर ले जमीन के ऊर्वरा शक्ति म खासा विस्तार होथे। धान के अलावा दीगर फसल मन जइसे मक्का आदि म भी एमएसपी के सुविधा सरकार ह शुरू करे हावय। आर्गेनिक राइस, जिंक राइस, फोर्टिफाइड राइस जइसे फसल पौष्टिक गुण ले भरपूर होत हावयं। जब किसान फसल वैविध्य करत हावयं त एक ही रकम के अनाज के बजाय दूसरा रकम के पौष्टिक कीमत वाला भोजन ओला उपलब्ध होत हावय जेकर ले पोषण मजबूत होथे।
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