होली तिहार मनाये के सरकारी दिशा निर्देश जारी, नइ माने म होही कड़ा कार्यवाही

अंजोर
0


अंजोर.बेमेतरा। कलेक्टर अउ जिला दण्डाधिकारी शिव अनंत तायल ह आदेश जारी करके केहे हावय के जिला म कोविड-19 संक्रमण के ल देखत सावधानी बरते के जरूरत हाबे अउ ये पाके जनता ल होली त्यौहार मनाने खातिर दिशा निर्देश जारी करे गे हावय। होली तिहार म सबो प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम प्रतिबंधित रइही। कोविड-19 नियंत्रण खातिर भारत सरकार के जारी निर्देश के पालन करे जाना अनिवार्य होही। कोविड-19 ले संबंधित भारत सरकार अउ छ.ग. शासन के के समय-समय म जारी निर्देश, मापदंड अउ गाईड लाईन के अक्षरशः पालन करना होही। 

होली त्यौहार म समूह म 10 ले जादा आदमी ल साथ धूमना मना हाबे। होलिका दहन कार्यक्रम म सोशल डिस्टेंसिंग, मास्के, नेटाईजर के उपयोग करना अनिवार्य होही अउ नइ करे म समिति प्रबंधक संचालक के विरूद्ध कड़ा कानूनी कार्यवाही करे जाही। यहू ध्यान रखे जाए के होलिका दहन बिजली के तार के नीचे नइ करे जाए। जिला म होली तिहार म कलर के दुकान म भीड़ नइ लगाये अउ सोशल डिस्टेंसिंग के पालन अनिवार्य होवे, साथ ही मास्क लगाये जाना अनिवार्य होही नहीं तो संबंधित दुकानदार अउ खरीददार के विरूद्ध जुर्माना लगाये जाही। निज-निवास म होली मिलन म सम्मिलित होवइया सबो व्यक्ति के थर्मल स्क्रीनिंग कराये जाना, मास्क पहनना, समय-समय म सेनेटाईजर के उपयोग करना फिजिकल डिस्टेसिंग अउ सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात व्यक्ति म दो मीटर 06 फीट के दूरी रखना अनिवार्य होही। 

होली के दिन शराब पीकर वाहन चलान अउ दो पहिया वाहन म 03 सवारी गाड़ी चलाना प्रतिबंधित रही, उल्लघंन करे म प्राथमिकी दर्ज कराई जाही। होली के दिन तेज रफ्तार ले गाड़ी ल चलाना अउ अधिक साउण्ड वाले सायलेंसर के गाड़ी प्रतिबंधित रइही। डी.जे. के उपयोग प्रतिबंधित रइही। ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग के समय एन.जी.टी. अउ शासन के जारी ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के निर्धारित मानक कोलाहल अधिनियम, भारत सरकार अउ माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश के अनिवार्य रूप ले पालन करे जाना होही। यह आदेश तत्काल प्रभावशील करत दिशा-निर्देश के उल्लंघन करत पाये म आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के धारा 51 ले 60, भारतीय दण्ड संहिता 1860 के धारा 188 अउ महामारी एक्ट अउ अन्य सुसंगत विधिक प्रावधान जो लागू हो के अंतर्गत दोषी व्यक्ति या योजनकर्ता के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करे जाही।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !