स्थानीय मजदूर के सोसन अउ अतियाचार के खिलाफ 3 सितंबर के छत्तीसगढि़या क्रांति सेना के ‘डभरा चलव - जेल भरव आंदोलन’

अंजोर
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रायपुर.1। छत्तीसगढि़या मनके सोसन अउ अतियाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करइया गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढि़या क्रांति सेना ह अवइया 3 सितंबर के ‘डभरा चलव - जेल भरव आंदोलन’ करइया हाबे। सीकेएस के आधिकारिक ट्वीट ले मिले आरो के मुताबिक आरकेएम पावर प्लांट बने खातिर अपन भुइंया देवइया गरीब किसान मन ला आज तक परमानेंट नौकरी नइ मिले हाबे अउ कंपनी लाखों करोड़ों कमावत हावय। आज भी भुइंया दानी किसान दैनिक मजदूरी म गरीब बनिहार मन कस 8000-9000 म बुता करत हावय। इही बात के विरोध म छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ह कंपनी प्रबंधन के खिलाफ फरवरी 2020 म ज्ञापन दे रिहिस।

फेर अइसन महत्वपूर्ण विषय ला न तो कंपनी मालिक धियान दिस अउ न ही कंपनी स्थापित करे खातिर किसान मन के भुइंया अधिग्रहण करईया सरकार। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना डभरा, जांजगीर-चापा इही बात ला सुरता करवाये खातिर दुसरइया पइत कलेक्टर, एसडीएम ल 15 दिन के अल्टीमेटम दिस, जेन अल्टीमेटम 3 सितंबर 2020 के खत्म होवइया हावय। 

किसान मनला अधिकार देवाए म मदद करे के बजाये स्थानीय प्रशासन तको शांतिपूर्ण ज्ञापन देवइया 18 सेनानी मन ऊपर शांतिभंग के 107, 113, 116 धारा अंतर्गत एफआईआर दर्ज करत 3 तारीख के प्रस्तुत होये के आदेश दे दिस। संग म 5,000 हजार प्रति सेनानी (18 झन) ला करार करे बर कहत हे, ताकि ये मन अगले 6 महीना तक कंपनी के खिलाफ कोई आंदोलन झिन कर सके। ए सेती प्रदेश के मूल छत्तीसगढि़या मनके गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढि़या क्रांति सेना ह छत्तीसगढ़िया किसान अउ मजदूर मन के हक खातिर, अब अवइया 3 सिंतबर 2020 के जांजगीर-चांपा के डभरा म ‘जेलभरो आंदोलन’ करही।

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