बस्तर जिला प्रशासन अउ यूनिसेफ के बीच होइस करार : ‘युवोदय’ कार्यक्रम ले ग्रामीण आजीविका, पर्यावरण, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य अउ सुपोषण बर होही जबर बुता

अंजोर
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अंजोर.बस्तर,24। ‘युवोदय‘ कार्यक्रम के माध्यम ले बस्तर के विकास म योगदान बर आतुर युवा शक्ति ल यूनिसेफ के साथ मिलगे। बस्तर म स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, संस्कृति, पर्यटन, खेलकूद, आजीविका, कृषि अउ वनोपज, डिजीटल सामग्री संग सूचना तकनीक, जल, स्वच्छता, पंचायती राज संस्था, बाल संरक्षण, लिंग समानता खातिर बुता करइया स्वयंसेवी युवा मनके सहयोग खातिर आज बस्तर जिला प्रशासन अउ यूनिसेफ के बीच करार करे गिस। बस्तर के विकास म सहयोग के करइया युवा ल युवोदय कार्यक्रम के माध्यम ले मंच उपलब्ध करइया बस्तर कलेक्टर अउ यूनिसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब जकारिया ह समझौता ज्ञापन म हस्ताक्षर करके करार करे हाबे। संग म युवोदय के स्वयंसेवक मनके बनाये एक रैप थीम गीत तको जारी करे गिस।

जानबा होवय के युवोदय के उद्देश्य जिला के सबोच गांव म आजीविका, पर्यावरण, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण अउ कोरोना के रोकथाम म युवा शक्ति के सहायता लेना हावय। कार्यक्रम के माध्यरम ले स्वयंसेवक ल सामुदायिक सेवा खातिर कौशल विकास अउ प्रमाण पत्र खातिर प्रशिक्षण मिलही। कार्यक्रम म प्राप्त अनुभव व्यवसाय अउ उद्योग म उंकर रोजगार क्षमता ल बेहतर बनाये म योगदान देही।

ये मउका म बस्तर कलेक्टर किहिन के ‘हमार युवा वालिंटियर्स ल उमर के आधार म परिभाषित नइ करे जा सकय, उंकर के भीतर जुनून हाबे। ये मन निस्वार्थ भाव ले बस्तर के उज्ज्वल अउ गौरवशाली भविष्य खातिर अपन योगदान देना चाहत हाबे। ‘युवोदय‘ के साथ बस्तर सामाजिक अउ आर्थिक विकास खातिर करे जाही। यूनिसेफ के शिक्षा, स्वास्थ्य अउ आन क्षेत्र म तकनीकी विशेषज्ञता ‘युवोदय‘ वालंटियर्स ल गांव म अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाये म मदद करही। आगू यूनिसेफ के छत्तीसगढ़़ प्रमुख जकारिया जी ह किहिन के युवोदय एक अभिनव कार्यक्रम आए जेन देश खातिर एक मिसाल के तौर म उभर सकत हाबे, जेकर देश के आन राज तको अनुकरण करही। युवोदय के सफलता वालिंटियर्स के हाथ म हावय। उंकर प्रतिबद्धता ये पहल ल विशिष्ट बनाथे।

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