‘नाचा’ उपर आयोजित दक्षिण मध्यक्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के वेबिनार म लोक संस्कृति कर्मी श्री अशोक तिवारी के सुघ्घर मुहांचाही

अंजोर
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रायपुर.23। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर डहर ले आज छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लोकनाट्य ‘नाचा’ के विषय म ऑनलाइन वेबिनार के आयोजन करे गिस। जेमा लोक संस्कृति विशेषज्ञ श्री अशोक तिवारी सुघ्घर व्याख्यान दिस। जानबा होवय के श्री अशोक तिवारी जी मानव विज्ञान म एम.ए, राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली संग्रहालय ले संग्रहालय प्रबंधन म प्रमाणपत्र अउ इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन अर्केटेक्चर यॉर्क संग इंग्लैंड ले स्ट्रक्चरल कंजर्वेशन म विशेष प्रशिक्षण पाये हावय। ओमन ल संग्रहालय अउ संस्कृति के क्षेत्र म लगभग 45 साल के कार्य अनुभव हावय। 

श्री तिवारी जी ह वेबिनार म नाचा के शुरूआती दिन, अऊ कइसे नाचा धीरे-धीरे गांव के गुड़ी विश्वपटल म पहुंचित तेकर विस्तार ले जानकारी दिस। तइहा समे म खड़े साज के नाचा के कलाकार उंकर गीत, संगीत, अभिनय अउ प्रस्तुतिकरण तिवारी जी के आखर ले देखे बर मिलिस। नाचा कब अउ काकर ले पहिली सुरू होइस ये विषय म काकरो नाव धरना संभव नइये फेर ये विधा के उन्नायक के रूप म दाऊ दुलार सिं‍ह मंदराजी के नाव बड़े सम्मान के साथ ले जाथे। मसाल के अंजोर म चिकारा अउ मंजीरा के संगत ले जनरेटर संग आधुनिक वाद्य के बहुरंगी प्रस्तुतिकरण मंदराजी के देन आए। 

नाचा के विषय म बहुत ही महत्वपूर्ण अउ तथ्यात्मक जानकारी वेबिनार म साझा करत संस्कृति कर्मी श्री अशोक तिवारी जी ह मुहांचाही के बीच म नाचा गीत के जीवंत प्रस्तुतिकरण तको देवाइन। प्रहसन, गम्मत अउ प्रस्तुतिकरण के साथ ही जोकड़ गीत, नजरिया गीत के अद्भुत समागम देखे बर मिलिस लोक संगीतज्ञ श्री राकेश तिवारी अउ उंकर साथी के संगत म। ऑनलाइन कार्यक्रम होए के सेती येला दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र ले जुड़े छत्तीऑसगढ़ के अलावा अऊ आन प्रदेश के, आम दर्शक मन देखिन अउ आनंद उठाइन।

दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के सोशल मीडिया ठिहा म ये वीडियो ल देखे जा सकथे-  

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