छत्तीसगढ़िया कथावाचक पं. आचार्य युवराज पांडेय के कार एक्सीडेंट के घटना ह गरियाबंद ले लेके पूरा छत्तीसगढ़ म गरमा गए हे। ये घटना ल साधारण नइ माने जात हे, काबर कि खुद युवराज पांडेय ह वीडियो म एला जान से मारे के नियत ले करे गए हमला बताइन हावय।
दुर्घटना नहीं, साजिश के आरोप के विस्तार
ये एक्सीडेंट के पूरा बिसय ह अमलीपदर जावत बेरा के आय। युवराज पांडेय जी अपन बयान म बताएं हें कि उनकर गाड़ी के पाछू आवत ट्रक ह निश्चित दूरी के नियम ल तोड़के, सीधा आके जोर से टक्कर मार दिस। ये टक्कर मारे के तरीका ह कोनो सामान्य हादसा नइ लागय, बलकि सोचे-समझे साजिश के हिस्सा लागथे।
ओमन ये बात के खुलासा घलो करे हें कि ये पहिली बार नोहय, पहिली घलो उनकर ऊपर हमला के प्रयास हो चुके हे। एखर ले साफ पता चलथे कि कोनो ताकतवर मन ओमन ल लगातार निशाना बनावत हावँय। ओमन तत्काल थाना म जाके अपन शिकायत दर्ज करा दिए हें, जेमा जानलेवा हमला अउ साजिश के धारा लगे के बात हो सकत हे।
जन भावना काबर आहत होवत हे?
आम जनता अउ उनकर समर्थक मन के मन म भारी गुस्सा अउ दुख हे। ए जन भावना आहत होवत हे, एकर पाछू ये प्रमुख कारण हवँय:
1. छत्तीसगढ़िया अस्मिता के सवाल
आचार्य युवराज पांडेय ह अपन कथा अउ मंच ले छत्तीसगढ़ी भासा, संस्कृति, अउ छत्तीसगढ़िया मन के स्वाभिमान के बात ल मजबूती ले रखथे। ओमन ऊपर हमला ल, लोगन ह सिर्फ एक व्यक्ति उपर हमला नइ, बलकि छत्तीसगढ़ी अस्मिता उपर सीधा वार मानत हावँय। लोगन कहत हें कि जेन मन अपन माटी, अपन भासा अउ अपन लोक संस्कृति के बात करथे, ओला डराए अउ दबाए के कोशिश करे जावत हे।
2. पुलिस प्रशासन उपर भेदभाव के आरोप
ये सबले बड़े कारण आय जेकर ले लोगन के मन पीरा म हे।
- बाहिर के कथावाचक मन ल सुरक्षा: जेन कथावाचक मन दूसर प्रदेश ले इहाँ कथा करे बर आथे, ओमन ल भारी पुलिस बल, एस्कॉर्ट अउ VVIP सुरक्षा दिए जाथे। ओमन लाखों-करोड़ों के दान-दक्षिणा अउ मान-सम्मान पाथे।
- छत्तीसगढ़ के कथावाचक ल उपेक्षा: फेर इहाँ के पुलिस प्रशासन ह छत्तीसगढ़ के अपन कथावाचक (युवराज पांडेय) ल कोई सुरक्षा नइ दिए हे, जबकि उनकर जान ल पहिले ले खतरा रहे हे।
- जनता के रोष: जनता के मन म रोष हे कि ये भेदभाव काबर? अपन राज्य के बेटा ल सुरक्षा काबर नइ? ये दोहरी नीति ह छत्तीसगढ़िया मन के मन ल दुख देवत हे।
3. 'कोन' ह जन भावना आहत करत हे?
युवराज पांडेय जी के समर्थक अउ आम जनता के मन म ये बात के चर्चा हे कि ए हमला के पाछू कोनो बड़ा आदमी या शक्ति हो सकत हे, जेकर राजनीतिक या आर्थिक पहुंच हावय।
- संभावित हमलावर: ये हमलावर मन ह वो हो सकत हें जेला युवराज पांडेय जी के सीधा बात करना अउ ओमन के छत्तीसगढ़ी मन म तेजी से बढ़ते लोकप्रियता अच्छा नइ लागत होही।
- उद्देश्य: ये हमला करके, ये मन ह सीधे-सीधे छत्तीसगढ़िया मन के सम्मान ल चुनौती देत हें अउ ये संदेश देवत हें कि अपन माटी बर खड़े होवइया मन ल परिणाम भुगतना पड़ही।
पुलिस ले तत्काल अउ निष्पक्ष जांच के उम्मीद
गरियाबंद पुलिस अधीक्षक ह जांच के आश्वासन त दे दिए हें, लेकिन अब जनता के नजर पुलिस के कार्रवाई उपर गड़े हे।
- कठोर मांग: जनता ह पुलिस ले ये उम्मीद करथे कि वो खाली जांच के आश्वासन म मामला ल ठण्डा झन करय।
- मास्टरमाइंड ल पकड़व: पुलिस ल ट्रक ड्राइवर के संग-संग ए हमला के पाछू के असली मास्टरमाइंड ल पकड़े बर निष्पक्षता ले काम करना चाहिए।
- चेतावनी: समर्थक मन साफ कह दिए हें कि अगर कथावाचक ल सुरक्षा नइ मिलीस अउ आरोपी मनला कठोर सजा नइ मिलीस, तव ये रोष ह बड़े आंदोलन के रूप ले सकत हे।


सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।