प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना

अंजोर
0
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आमजन के जिनगी म सकारात्मक बदलाव लात हावय। ये पर्यावरण संरक्षण के दिशा म कारगर साबित होवत हाबे। इही कड़ी म बलौदाबाजार नगर के वार्ड क्रमांक 5 निवासी  नीलकंठ साहू ह ए योजना ले जुड़के न सिरिफ अपन घर के बिजली खरचा म भारी बचत करे हावय बल्कि पर्यावरण संरक्षण म तको योगदान देत हावयं।

पर्यावरण संरक्षण के दिशा म सुरक्षित पहल-

श्री साहू ह बताइन के “मैं कुछ महीना पहिली रिश्तेदार के घर अभनपुर गेवं, जिहां मैं पहिली बार पीएम सूर्यघर योजना के तहत लगाए गे सोलर पैनल ल देखेवं। येकर ले प्रेरित होके मैं तको करीब तीन महीना पहिली अपन घर के छत म 2 किलोवाट के सोलर सिस्टम लगवायेव तब ले मोर घर के बिजली बिल लगभग शून्य होगे हावय।” ओमन आगू बताइन के ए योजना के तहत शासन ले सब्सिडी तको मिले हावय। ये बहुत ही सराहनीय पहल हावय, जेकर ले न सिरिफ आम जनता ल आर्थिक राहत मिलत हावय, बल्कि स्वच्छ ताकत के उपयोग ले पर्यावरण तको सुरक्षित होवत हाबे।” नीलकंठ साहू ह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अउ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करत किहिन के “मोला गर्व हावय के मैं ‘मुफ्त बिजली योजना’ के फायदा उठात हवं अउ पर्यावरण संरक्षण म अपन योगदान देत हवं। मैं आम जनता ले तको अपील करत हवं के वो ए योजना के फायदा जरूर लें।”

शासन देत हावय अनुदान-

पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम ले सबोच पात्र परिवार ल सोलर पैनल स्थापित करे बर शासन के तनि ले सब्सिडी दे जात हावय, जेकर ले घर ल स्वच्छ अउ सस्ता ताकत मौजूद होत हावय केन्द्र सरकार के डहर ले 1 किलोवाट प्रणाली के खातिर 30 हजार रूपिया अउ राज्य सरकार 15 हजार रूपए, 2 किलोवाट क्षमता वाला संयंत्र म केंद्र सरकार 30 हजार अउ राज्य सरकार 30 हजार अउ 3 किलोवाट के खातिर केंद्र सरकार 78 हजार रूपिया अउ राज्य सरकार 30 हजार के सब्सिडी देे जात हावय।
छत्‍तीसगढ़ी समाचार, अनुवादक- जयंत साहू

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !