लुत्ती डेम टूटे के बाद पीड़ित मन के हालत जाने बर बलरामपुर जिला अस्पताल पहुँचे हावय कृषि मंत्री रामविचार नेताम। हस्पताल मं भर्ती घायल मन ले भेट करत वो मन ला ढांढस बंधाइन। डॉक्टर अउ स्वास्थ्यकर्मी मन ला बढ़िया इलाज करई बर कहिन।
मंत्री ह रेवती नाव घायल महिला भेट करत कहिस कि – "संकट के घड़ी मं सरकार आप मन के संग हावे। इलाज अउ पुनर्वास बर हर संभव मदद करबो।
मगर, सवाल उठत हे – डेम टूटे के पहिली सुरक्षा बरते गे रहितिस त अइसन हालात काबर बनतिस? अधिकारी अउ कर्मचारी मन ऊपर शासन के काबर लगाम नइहे? अब आदसा होय के बाद मरहम लगावत हावंय, फेर कोनो ल पीरा झन होवय ये तयारी काबर नइ करे रिहिस?
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