✍️ संपादकीय | अंजोर: छत्तीसगढ़ी़ समाचार
खरोरा के नजदीक म होय एक भीषण सड़क दुर्घटना म 13 जिंदगी समा गे अउ 14 मन गंभीर रूप से घायल होगे हे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय तात्कालिक प्रतिक्रिया अउ संवेदना प्रकट करिन, शासन के सजगता के प्रतीक जरूर आय, फेर ए घटना कई गंभीर सवाल उठाथे- का हम सड़क सुरक्षा म सच म सजग हन?
🕯️ एक झन के गलती – तेरह घर के उजड़ना
छत्तीसगढ़ के सड़क म आज घलो लापरवाही, तेज रफ्तार, ड्राइवर के लापरवाही अउ खराब सड़क ढांचा मौत के रास्ता बन गेहे। खरोरा हादसा एक सामान्य दुर्घटना नइ, बल्कि यातायात व्यवस्था के असफलता के जीता-जागता उदाहरण आय। का सड़क सुरक्षा के प्रति हमर प्रशासनिक नजरिया केवल हादसा होए के बाद जागे के रिहिगे हवय?
💸 सहायता राशि: राहत जरूर, समाधान नइ
मुख्यमंत्री जी के द्वारा मृतक के परिजन ला 5-5 लाख रुपया अउ घायल ला 50-50 हजार रुपया सहायता के घोषणा स्वागत योग्य आय। ए बात ला स्वीकार करना चाही कि राज्य सरकार पीड़ित मन बर संवेदनशीलता दिखावत हे। फेर हमन ला सवाल उठाना जरूरी हे' का ए सहायता जिनगी के बदला हो सकथे? राशि राहत देथे, फेर दर्द ला नइ मिटा सकय।
🏥 इलाज के समुचित व्यवस्था जरूरी
घायल मन बर मुख्यमंत्री जी के निर्देश से उम्मीद हे कि अस्पताल म बेहतर इलाज मिलही। फेर ग्रामीण इलाकन म एम्बुलेंस, ट्रामा केयर, विशेषज्ञ डाक्टर के कमी आज घलो एक बड़ समस्या आय। प्रशासन ला चाही कि हर जिला म ट्रॉमा यूनिट अउ बेहतर सड़क सुरक्षा तंत्र के निर्माण म गंभीरता ले काम करे।
📢 सड़क सुरक्षा अभियान के जरुरत
अब समय आ गे हे जब शासन अउ समाज दुनों ला जागरूक होय ला परही। हेलमेट, सीट बेल्ट, स्पीड लिमिट, ड्राइवर ट्रेनिंग, रोड साइनेज– ए सब्बो चीज म सुधार के सख्त जरूरत हवय। स्कूल अउ कॉलेज स्तर ले सुरक्षा शिक्षा देय जाय, अउ ट्रैफिक नियम के उल्लंघन करे वाले ऊपर सख्त कार्यवाही होय।
📌 अब नइ तो कब?
खरोरा दुर्घटना हमर समाज ला एक बार फेर याद दिलाय हे कि जिनगी कतेक नाजुक हवय। एक पल के गलती जीवन भर के पीरा बन जाथे। शासन, प्रशासन, समाज अउ आम जनता- चारों स्तर म अगर एकजुट होके काम करबो, तबे जाके ए तरह के हादसा ला रोके जा सकय। रिसरकार ला सिरिफ राहत नइ, बल्कि सुधार के ठोस नीति अपनाय के जरूरत हवय।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।