प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ल मिलिस 'विजनरी इंडियन अवार्ड', छत्तीसगढ़ी कला जगत म खुसी के लहर

अंजोर
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प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ल मिलिस 'विजनरी इंडियन अवार्ड', छत्तीसगढ़ी कला जगत म खुसी के लहर



नई दिल्ली/रायपुर। प्रसार भारती आकाशवाणी केंद्र, नवा दिल्ली डहर ले आयोजित एक गरिमामयी समारोह म छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध रंगकर्मी, लोककलाकार अउ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ल 'विजनरी इंडियन अवार्ड' ले सम्मानित करे गिस। ए पुरस्कार ल फिल्मी जगत के चर्चित अभिनेत्री पूनम ढिल्लों ह ओला प्रदान करिन। जइसे ही ये खबर प्रदेस म पहुँचीस, छत्तीसगढ़ी कला अउ संस्कृति ले जुड़े लोगन के बीच हर्ष अउ गौरव के लहर दौड़ पड़ीस।

डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ह कई साल ले रंगमंच अउ लोककला के क्षेत्र म समर्पित भाव ले बुता करिन हावय। ओमन न सिरिफ छत्तीसगढ़ बल्कि देशभर के कई प्रतिष्ठित मंच मन म अपन सशक्त प्रस्तुति दे हावयं, जेन देखइया के दिल म गहरा छाप छोड़े हावयं। उंकर अभिनय के विविधता, छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति के प्रति समर्पण, अउ सामाजिक मुद्दा म केंद्रित प्रस्तुति  ह ओला बिसेस पहचान देवाय हावय।

रंगमंच के प्रति निष्ठा

डॉ. चंद्राकर के रंगमंच के प्रति परेम नानपन ले ही साफ रिहिस। ओमन अपन करियर के शुरुआत पारंपरिक लोकनाट्य शैली ले के "राजा फोकलवा", "दसमत कइना", जइसे छत्तीसगढ़ी विधा मन ल वो मंच म जीवंत करत रिहिन। कालांतर म ओमन सामाजिक अउ समसामयिक विषय म आधारित नाटक के निर्देशन अउ अभिनय करे के सुरू करिन, जेकर ले ओला राष्ट्रीय स्तर म पहचान मिलीस।

उनकर प्रस्तुति सिरिफ मनोरंजन नइ होवे, बल्कि समाज ल दरपन दिखाने वाला होथे। शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, बाल अधिकार जइसे विषय म आधारित नाटक-गीत संगीत ह ओला एक संवेदनशील अउ सजग रंगकर्मी के रूप म स्थापित करिन हावय।

समाज सेवा म सक्रिय भूमिका

रंगमंच अउ लोककला के माध्यम ले सामाजिक जागरूकता फैलाये के संग-संग डॉ. चंद्राकर केऊ सामाजिक बुता ले तको जुड़े हावयं। वो ग्रामीण क्षेत्र म सांस्कृतिक जागरूकता अभियान, नसा मुक्ति, स्वच्छता अभियान, अउ शिक्षा के प्रचार-प्रसार के खातिर सरलग बुता करत आत हावयं। विशेषकर छत्तीसगढ़ के पिछड़े इलाका म ओमन अपन कार्यक्रम के माध्यम ले जनचेतना फैलाये के बिचित्रकार्य करिन हावय।

सम्मान ले छत्तीसगढ़ी समाज गौरवान्वित

""विजनरी इंडियन अवार्ड"" जइसे राष्ट्रीय स्तर के सम्मान मिलना न सिरिफ डॉ. चंद्राकर के खातिर बल्कि सरी छत्तीसगढ़ी समाज के खातिर गर्व के बात हावय। ये सम्मान ए बात के चिन्हारी हावय के छत्तीसगढ़ के समृद्ध संस्कृति अउ कला अब राष्ट्रीय स्तर म तको अपन पहचान बनात हावयं।

ए मउका म छत्तीसगढ़ के केऊ सांस्कृतिक संगठन, कलाकार, साहित्यकार, पत्रकार मन अउ आम नागरिक ह डॉ. चंद्राकर ल बधाई दीस। 'अंजोर छत्तीसगढ़ी समाचार' वेबपोर्टल के संपादक जयंत साहू ह तको ओला हार्दिक बधाई प्रेषित करत किहिन- 'डॉ. चंद्राकर जइसे साधक ल ये पुरस्कार मिलना छत्तीसगढ़ के खातिर गर्व के बात हावय। ये सम्मान पूरा राज्य के सांस्कृतिक पहचान ल नवा ऊँचई देत हावय।'

पूनम ढिल्लों ह करिस सराहना

सम्मान समारोह के बखत अभिनेत्री पूनम ढिल्लों ह डॉ. चंद्राकर के कला साधना के बड़ई करत कहिन- 'भारतीय संस्कृति के विविधता अउ लोककलाल के जीवंतता ल बनाए रखने वाला कलाकार समाज के असली हीरो हावयं। डॉ. चंद्राकर जइसे साधक ल सम्मानित करना हम सबके खातिर प्रेरणा हावय।'

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