संगीत, नृत्य अउ नाटक के क्षेत्र म जबर योगदान देयइया कलाकार मन बर सम्मान के सुनहरा मौका- संगीत नाटक अकादमी करत हे नामांकन अउ आत्म-नामांकन के मांग
नई दिल्ली, अंजोर। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन काम करइया राष्ट्रीय संस्था संगीत नाटक अकादमी साल 2024 अउ 2025 बर अपन दू प्रमुख पुरस्कार- 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार' अउ 'उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान युवा पुरस्कार' बर ऑनलाइन आवेदन बुला ले हवय। ए आवेदन नामांकन (Nominations) अउ आत्म-नामांकन (Self-nominations) दूनो तरीका ले होही, जऊन म योग्य कलाकार मन ल भाग लेय के पूरा मौका मिलही।
पुरस्कार के महत्व-
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भारत के संगीत, नृत्य अउ नाटक के क्षेत्र दीर्घकालीन योगदान देवइया कलाकार मन ल देय जाथे। ए सम्मान भारत सरकार के तरफ ले दे जाथे अउ एला एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार माने जाथे।
उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान युवा पुरस्कार 40 बछर से कम उमर के युवा कलाकार मन ल देय जाथे, जेन मन अपन कला के माध्यम ले बड़का काम करे हे। ए पुरस्कार के मकसद हे नवा पीढ़ी ल प्रोत्साहित करना अउ पारंपरिक कला-संस्कृति ल जिंदा रखना।
आवेदन के आखिरी तारीख
जऊन मन आवेदन करना चाहथें, ओमन 14 जुलाई 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकथें। आवेदन के तरीका अउ नियम-निर्देश संगीत नाटक अकादमी के अधिकारिक वेबसाइट म मिल जाही।
आवेदन करे खातिर वेबसाइड के लिंक- https://sangeetnatak.in/auth/register
आनलाइन फार्म नमूना
मदद अउ संपर्क-
ऑनलाइन आवेदन म कोनो परेशान या पुरस्कार ले संबंधित कोनो जानकारी चाही, त संगीत नाटक अकादमी हेल्पडेस्क के सुविधा दे हे:
🔹 तकनीकी सहायता बर:
- फोन: +91 11 23387246 (एक्सटेंशन – 143)
- मोबाइल: +91 8527100965
- ईमेल: media@sangeetnatak.gov.in
🔹 पुरस्कार संबंधी जानकारी बर:
- फोन: +91 11 23387246 (एक्सटेंशन – 124)
- मोबाइल: +91 9968092883, +91 9999861572
- ईमेल: coordinatnation@sangeetnatak.gov.in
जऊन कलाकार मन छत्तीसगढ़ या देश के कोनों मं संगीत, नृत्य अउ नाटक म काम करत हें, ए पुरस्कार उंकर मन बर एक बड़ मौका आय। संगीत नाटक अकादमी के ए पहल ले हमन अपन सांस्कृतिक विरासत ल सहेज सकथन अउ ओकर पहचान ल देश-विदेश म फैला सकथन।
अभी आवेदन करव, अपन कला ल राष्ट्रीय पहचान देव।
नोट:- आवेदन करे से पहिले पात्रता के नियम अउ निर्देश ध्यान ले पढ़ लेव।
संगीत नाटक अकादमी रत्न (अकादमी फैलो) और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (अकादमी पुरस्कार) के चयन हेतु दिशानिर्देश
प्रस्तावना :
संगीत नाटक अकादमी प्रत्येक वर्ष संगीत, नृत्य एवं नाट्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कलाकारों तथा इन कलाओं की सेवा में विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करती है। अकादमी द्वारा प्रदत्त सम्मान – अकादमी रत्न एवं अकादमी पुरस्कार – वर्ष 1952 से दिए जा रहे हैं। ये सम्मान न केवल राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता और उपलब्धियों का प्रतीक हैं, बल्कि ये इन कलाओं के अभ्यास, शिक्षण और शोध के माध्यम से दीर्घकालीन व्यक्तिगत योगदान की भी मान्यता देते हैं।
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1. अकादमी रत्न (फैलो) और अकादमी पुरस्कार का विवरण
अकादमी रत्न (फैलो)
अकादमी रत्न सम्मान अकादमी के नियम 12(vi) के अंतर्गत प्रदान किया जा सकता है, जिसके अनुसार:
“अकादमी के कार्यकारी मंडल की सिफारिश पर, संगीत, नृत्य एवं नाट्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योग्यता रखने वाले कलाकारों अथवा इन कलाओं की विद्वता, अनुसंधान अथवा मौलिक योगदान के माध्यम से विशिष्ट सेवा करने वाले व्यक्तियों को तीन-चौथाई बहुमत से अकादमी फैलो चुना जा सकता है। किसी भी समय फैलो की संख्या 30 से अधिक नहीं होनी चाहिए।”
टिप्पणी:
25 मार्च 2003 को आम सभा ने सुझाव दिया कि जीवित फैलो की संख्या 40 (या अधिकतम 60) तक बढ़ाई जा सकती है, जो संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की स्वीकृति के अधीन है।
8 अक्टूबर 2009 को कार्यकारी मंडल ने फैलो की संख्या 30 से बढ़ाकर 40 करने का प्रस्ताव पारित किया और निर्णय लिया कि अतिरिक्त 10 सीटें पाँच वर्षों में (प्रत्येक वर्ष 2) चरणबद्ध रूप से भरी जाएंगी।
पर्स मनी: ₹3,00,000/- (तीन लाख रुपये)
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2. अकादमी पुरस्कार (अकादमी अवॉर्ड)
यह पुरस्कार संगीत, नृत्य और नाट्य के क्षेत्र में कार्यरत उत्कृष्ट कलाकारों, गुरुओं और विद्वानों को उनके उच्च पेशेवर योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं।
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3. अकादमी पुरस्कारों की संख्या एवं श्रेणियाँ
• प्रारंभिक संख्या: 33 पुरस्कार प्रति वर्ष
• 18 जनवरी 2011: बढ़ाकर 36 किए गए
• 19 अप्रैल 2016: बढ़ाकर 41 किए गए
• 5–8 नवम्बर 2022: बढ़ाकर 46 किए गए
पांच प्रमुख क्षेत्र:
A) संगीत
B) नृत्य
C) नाटक
D) पारंपरिक/लोक/जनजातीय संगीत/नृत्य/नाटक/कठपुतली
E) प्रदर्शनकारी कलाओं में समग्र योगदान/विद्वता
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3(A) क्षेत्र: संगीत (कुल पुरस्कार – 12)
1. हिंदुस्तानी गायन
2. हिंदुस्तानी वाद्य
3. कर्नाटिक गायन
4. कर्नाटिक वाद्य
5. रचनात्मक और प्रयोगात्मक संगीत
6. अन्य प्रमुख संगीत परंपराएँ (शामिल – सुगम संगीत)
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3(B) क्षेत्र: नृत्य (कुल पुरस्कार – 12)
1. भरतनाट्यम
2. कथक
3. कथकली
4. मणिपुरी
5. कुचिपुड़ी
6. ओडिसी
7. सत्त्रिया
8. मोहिनीअट्टम
9. छऊ
10. समकालीन
11. अन्य प्रमुख नृत्य परंपराएँ
12. नृत्य के लिए संगीत
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3(C) क्षेत्र: नाटक (कुल पुरस्कार – 9)
1. नाट्य लेखन
2. निर्देशन
3. अभिनय
4. सहयोगी नाट्य कलाएँ – प्रकाश, दृश्य सज्जा, पोशाक, श्रृंगार, संगीत
5. प्रमुख नाट्य परंपराएँ
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3(D) पारंपरिक/लोक/जनजातीय कला, संगीत, नृत्य, नाटक, कठपुतली (कुल – 11)
• पारंपरिक लोक संगीत/नृत्य/नाटक – 8 पुरस्कार
• कठपुतली, माइम, वाद्य निर्माण, मुखौटा निर्माण आदि – 3 पुरस्कार
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3(E) समग्र योगदान/विद्वता (कुल – 2)
नियम:
• किसी भी क्षेत्र में पुरस्कार की संख्या निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
• यदि श्रेणियाँ कम हैं, तो प्रयास किया जाएगा कि प्रत्येक श्रेणी में कम-से-कम एक पुरस्कार मिले।
• किसी भी श्रेणी में अधिकतम 2 पुरस्कार से अधिक नहीं दिए जा सकते (3D को छोड़कर)।
• एक क्षेत्र से दूसरे में पुरस्कार स्थानांतरित नहीं किए जा सकते।
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4. पुरस्कार राशि और अन्य सुविधाएँ
अकादमी रत्न (फैलो):
• ₹10,000/- प्रतिमाह आजीवन मानदेय (हर तीन साल में 10% वृद्धि) (अभी स्वीकृत नहीं है)
• वर्तमान में ₹3,00,000/- नकद पुरस्कार
• अंगवस्त्रम, प्रशस्तिपत्र, तम्रपत्र
• ₹1 लाख तक का वार्षिक चिकित्सा बीमा
अकादमी पुरस्कार:
• ₹1,00,000/- नकद पुरस्कार
• अंगवस्त्रम, प्रशस्तिपत्र, तम्रपत्र
• ₹1 लाख तक का चिकित्सा बीमा
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5. पात्रता
i) सभी नागरिकों हेतु खुला – जाति, धर्म, लिंग आदि से परे
ii) संस्थान/संगठन पात्र नहीं
iii) अकादमी रत्न के लिए न्यूनतम आयु – 50 वर्ष
iv) अकादमी पुरस्कार के लिए न्यूनतम आयु – 35 वर्ष
v) मरणोपरांत पुरस्कार तभी जब मृत्यु चयन के बाद हो
vi) पहले से पुरस्कार प्राप्त व्यक्ति दोबारा पात्र नहीं
vii) फैलो को पुरस्कार नहीं मिल सकता
viii) कार्यकारी मंडल/जनरल काउंसिल के सदस्य पात्र नहीं
ix) संयुक्त कार्य करने वाले को संयुक्त रूप से सम्मान दिया जा सकता है
x) लॉबिंग/प्रचार निषिद्ध – अयोग्यता मानी जाएगी
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6. नामांकन एवं चयन प्रक्रिया
अकादमी रत्न हेतु नामांकन कर सकते हैं:
• मौजूदा अकादमी फैलो
• जनरल काउंसिल के सदस्य
(नोट: अंतिम तिथि के बाद केवल चेयरमैन द्वारा प्रस्ताव संभव है)
अकादमी पुरस्कार हेतु नामांकन कर सकते हैं:
• अकादमी फैलो
• जनरल काउंसिल सदस्य
• राज्य अकादमियों के अध्यक्ष
• राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के संस्कृति सचिव
• विश्वविद्यालयों के प्रमुख/डीन
• प्रदर्शनकारी कलाओं के विद्वान
• पिछले 5 वर्षों के नाम जो अस्वीकृत हुए थे
प्रक्रिया:
• प्रत्येक वर्ष निर्धारित तिथि तक नामांकन आमंत्रित किए जाएंगे
• कार्यकारी मंडल द्वारा चयनित नाम जनरल काउंसिल के समक्ष रखे जाएंगे
• जहाँ आम सहमति संभव न हो, वहाँ 3/4 बहुमत से निर्णय होगा
• चयन गोपनीय रहेगा – बिना अध्यक्ष की स्वीकृति के कोई विवरण सार्वजनिक नहीं किया जा सकता
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7. पुरस्कार वितरण समारोह
i) पुरस्कार नई दिल्ली या अन्य किसी निर्धारित स्थान पर प्रदान किए जाएंगे
ii) राष्ट्रपति/उप-राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री अथवा कोई प्रतिष्ठित व्यक्ति सम्मान प्रदान करेगा
iii) सभी सम्मानित व्यक्तियों को सार्वजनिक प्रस्तुति हेतु आमंत्रित किया जाएगा
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8. सामान्य प्रावधान
• कार्यकारी मंडल को इन दिशा-निर्देशों में संशोधन का अधिकार होगा।
उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान युवा पुरस्कार
प्रस्तावना:
संगीत नाटक अकादमी ने वर्ष 2006 से "उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान युवा पुरस्कार" प्रारंभ किया है, जो संगीत, नृत्य और नाट्य के क्षेत्र में विशेष प्रतिभा दिखाने वाले कलाकारों को प्रदान किया जाएगा। 40 वर्ष की आयु तक के प्रतिभाशाली युवा कलाकार हर वर्ष इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। नामांकन की तिथि के अनुसार आयु की गणना उस वर्ष की 1 अप्रैल से की जाएगी।
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1. उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान युवा पुरस्कार की संख्या और क्षेत्र / श्रेणियाँ
यह पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाएगा और किसी एक वर्ष में पुरस्कारों की संख्या 33 से अधिक नहीं होगी। कार्यकारी मंडल ने 5-8 नवंबर 2022 की बैठक में इसे बढ़ाकर 40 कर दिया।
पुरस्कार निम्नलिखित पाँच क्षेत्रों में प्रदान किया जाएगा:
A) संगीत
B) नृत्य
C) रंगमंच
D) अन्य पारंपरिक / लोक / जनजातीय / नृत्य / संगीत / रंगमंच एवं कठपुतली
E) प्रदर्शन कला में योगदान / शोध
2A) संगीत (10 पुरस्कार)
(पूर्व में 8 थे, जिन्हें कार्यकारी मंडल ने नवंबर 2022 में 10 किया)
श्रेणियाँ:
1. हिंदुस्तानी गायन
2. हिंदुस्तानी वाद्य
3. कर्नाटिक गायन
4. कर्नाटिक वाद्य
5. समकालीन संगीत (पहले “रचनात्मक एवं प्रयोगात्मक संगीत” कहा जाता था)
2B) नृत्य (10 पुरस्कार)
(पूर्व में 8 थे, जिन्हें 2022 में 10 किया गया)
श्रेणियाँ:
1. भरतनाट्यम
2. कथक
3. कथकली
4. मणिपुरी
5. कुचिपुड़ी
6. ओडिसी
7. सत्त्रिया
8. मोहिनीअट्टम
9. छऊ
10. समकालीन नृत्य (पूर्व नाम – रचनात्मक एवं प्रयोगात्मक)
11. नृत्य के लिए संगीत
2C) रंगमंच (8 पुरस्कार)
श्रेणियाँ:
1. नाटक लेखन
2. निर्देशन
3. अभिनय
4. सहायक रंगमंच कलाएँ –
o प्रकाश व्यवस्था
o मंच सज्जा
o परिधान
o श्रृंगार
o रंगमंच संगीत
5. रंगमंच की प्रमुख परंपराएँ
2D) पारंपरिक / लोक / जनजातीय नृत्य / संगीत / रंगमंच / कठपुतली (11 पुरस्कार)
(पूर्व में 8 थे, जिन्हें 2022 में 11 किया गया)
श्रेणियाँ:
1. अन्य पारंपरिक / लोक / जनजातीय संगीत / नृत्य / रंगमंच (2A, 2B, 2C में न आने वाले) – 8 पुरस्कार
2. कठपुतली, माइम, पारंपरिक कला से जुड़ी सहायक कलाएँ जैसे वाद्य यंत्र निर्माण, मुखौटा निर्माण – 3 पुरस्कार
2E) प्रदर्शन कला में योगदान / शोध (1 पुरस्कार)
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3. पुरस्कार संख्या का निर्धारण
प्रत्येक क्षेत्र/श्रेणी में पुरस्कारों की संख्या निर्धारित है। यदि किसी क्षेत्र में श्रेणियाँ कम हों तो हर श्रेणी में कम से कम एक पुरस्कार देने का प्रयास होगा, परंतु किसी श्रेणी/उपश्रेणी में अधिकतम दो पुरस्कार ही दिए जा सकेंगे (2D को छोड़कर)। एक क्षेत्र के पुरस्कार को दूसरे में स्थानांतरित करना अनुमत नहीं होगा।
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4. पुरस्कार राशि
प्रत्येक युवा पुरस्कार में ₹25,000 (पच्चीस हजार रुपये मात्र) नकद एवं एक ताम्रपत्र प्रदान किया जाएगा, जिस पर अकादमी की मुहर और अध्यक्ष के हस्ताक्षर होंगे।
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5. पात्रता
i) यह पुरस्कार सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुला है, जिनकी आयु 40 वर्ष तक है। मरणोपरांत पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
ii) जो व्यक्ति एक बार यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं, वे किसी अन्य क्षेत्र/श्रेणी में इसके लिए पात्र नहीं होंगे।
iii) अकादमी की सामान्य परिषद के सदस्य इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होंगे।
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6. नामांकन और चयन प्रक्रिया
i) निम्नलिखित व्यक्तियों/संस्थाओं को नामांकन भेजने का अधिकार होगा:
a) अकादमी रत्न सदस्य एवं पुरस्कार विजेता
b) सामान्य परिषद के सदस्य
c) राज्य अकादमियों के अध्यक्ष
d) राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों के संस्कृति विभाग के सचिव
e) मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों / डीम्ड विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन कला विभागों के प्रमुख
f) प्रदर्शन कला क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान / विशेषज्ञ
नामांकन के साथ उचित तर्क और दस्तावेज (जैसे जन्मतिथि प्रमाण) अनिवार्य होंगे।
ii) हर वर्ष एक निर्धारित तिथि तक नामांकन आमंत्रित किए जाएंगे और प्राप्त नामांकन कार्यकारी मंडल द्वारा विचार के लिए छाँटे जाएंगे। निर्धारित तिथि के बाद नए नामांकन स्वीकार नहीं होंगे। केवल आवश्यकता पड़ने पर, जहाँ उपयुक्त नामांकन न हो, वहाँ अध्यक्ष द्वारा नाम प्रस्तावित किए जा सकते हैं।
iii) चयन में एकमत बनने का प्रयास होगा, लेकिन यदि न बन पाए तो उपस्थित सदस्यों के 3/4 बहुमत से निर्णय लिया जाएगा। सामान्य परिषद का निर्णय अंतिम होगा, इस पर कोई अपील या विरोध मान्य नहीं होगा।
iv) कार्यकारी मंडल, सामान्य परिषद के सदस्य तथा अधिकारी चयन प्रक्रिया को गोपनीय रखेंगे, जब तक अध्यक्ष द्वारा उन्हें इसे सार्वजनिक करने की अनुमति न दी जाए।
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7. पुरस्कार समारोह
i) पुरस्कार नई दिल्ली या अध्यक्ष द्वारा निर्धारित किसी अन्य स्थान पर प्रदान किया जाएगा।
ii) पुरस्कार विजेताओं को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया जाएगा। यदि संभव हो, तो प्रत्येक विजेता को समारोह के बाद आयोजित होने वाले संगीत, नृत्य एवं रंगमंच महोत्सव में प्रस्तुति देने का अवसर दिया जाएगा।
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8. सामान्य प्रावधान
अकादमी का कार्यकारी मंडल आवश्यकतानुसार किसी भी नियम या उपनियम में संशोधन करने का अधिकार रखता है।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।