चंद्रशेखर चकोर के छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘डोंगरपाली’ विमोचित

अंजोर
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चंद्रशेखर चकोर के छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘डोंगरपाली’ विमोचित
चंद्रशेखर चकोर के छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘डोंगरपाली’ विमोचित


अंजोर.रायपुर। छत्तीसगढ़ म छत्तीसगढ़ी भासा ल पोठ करे खातिर अब साहित्य के सबो विधा म जबर लेखन होवत हाबे। गीत, कविता, कहानी, निबंध अउ व्यंग्य के बाद अब उपन्यास लेखन अउ प्रकाशन तको ठोसलगहा होए लगे हावय। इही कड़ी म राजधानी तिर के गांव कांदुल के वरिष्ठ साहित्यकार चंद्रशेखर चकोर के आठवां किताब के रूप छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘डोंगरपाली’ के विमोचन होइस।

छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘डोंगरपाली’ के विमोचन ग्राम कांदुल म आयोजित रायपुर राज कुर्मी सम्मेलन म करे गिस। ये मउका म कुर्मी समाज के केंद्रीय अध्यक्ष चोवाराम वर्मा, सर्व कुर्मी समाज के प्रमुख अउ सांसद विजय बघेल, ललित बघेल, महेंद्र कश्यप, सर्व कुर्मी समाज के संस्थापक मन्नूलाल परगनिहा, राजप्रधान जागेश्वर वर्मा जी मनके संग अनेक समाज प्रमुख मन जुरियाए रिहिन। सबो पहुना मन लेखक चंद्रशेखर चकोर ल उंकर आठवां प्रकाशित कृति ‘डोंगरपाली’ के लेखन बर बधाई दिस।

ये मउका म माई पहुना सांसद विजय बघेल जी मन किहिन के चंद्रशेखर चकोर ह छत्तीसगढ़ी भासा, साहित्य के संग लोकखेल के सकला करे म पाछु 30 बच्छर ले जुरे हावय। चकोर जी न केवल कुर्मी मन बर, बल्कि सकल छत्तीसगढि़या समाज बर कलम उठाये हावय। उंकर अब तक के सबो कृति मन बहुत खास हाबे। कार्यक्रम म आगू उपन्यास प्रकाशन बर बधाई देत समाज प्रमुख मन किहिन के कृति सबो वर्ग के पाठक मनला पसंद आही। चंद्रशेखर चकोर डहर ले करे बुता ले समाज के अऊ लोगन मनला ल प्रेरणा मिलही। खास कर येमा युवा पीढ़ी ल अपन माटी ले जोड़े के जेन उदीम होवथे, बहुत ही सहराये के लइक हावय।

चंद्रशेखर चकोर के लिखे किताब-

  • 1 मड़वा तिर करसा 
  • 2 लोक खेल नियमावली एक पुन:रीक्षण 
  • 3 टेकहाराजा 
  • 4 छत्तीरसगढ़ के पांरपरिक लोक खेल 
  • 5 डहरचला 
  • 6 चक्कर गुरूजी के 
  • 7 परिया टोरउनी रेगहा

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