|  | 
| कोदो, कुटकी अउ रागी उपार्जन कार्यशाला | 
अंजोर.कोण्डागांव। सोमवार के वन विभाग कृषि विभाग उद्यान विभाग अउ बिहान समूह के महिला मन बर कोदो कुटकी अउ रागी उत्पादन अउ उपार्जन बर एक दिवसीय कार्यशाला के आयोजन करे गिस। ए बइठक म कलेक्टर दीपक सोनी, जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा, डीएफओ कोण्डागांव रमेश जांगड़े सहित कोण्डागांव अउ माकड़ी विकासखंड के सबो वन विभाग के कर्मचारी, कृषि विभाग के आरएईओ, राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान के कर्मचारी अउ कोण्डागांव अउ माकड़ी ब्लॉक के सबो कृषि सखी बइठक म उपस्थित रिहिस। बइठक म कलेक्टर ह शासन के मंशा मुताबिक जिला म कोदो, कुटकी अउ रागी के उत्पादन अउ प्रसंस्करण म बल देत किहिन के कोदो, कुटकी अउ रागी के उत्पादन बर किसान मनके प्रोत्साहित करें। जेकर ले उंकर उत्पादकता म बड़वार होही संग ही जमीन के उर्वरा शक्ति म तको बड़वार होही। जिला म कोदो कुटकी अउ रागी के न्यूनतम समर्थन कीमत म खरीदा जात हावय यदि किसान मन के बाजार म उचित कीमत पात नइ होवत हावय त वो ह नजदीकी वन प्रबंधन समिति मन के पास जाके कोदो, कुटकी अउ रागी के बेच सकत हावयं। ओमन आगू बताइन के ए साल शासन के निर्देश के मुताबिक 15 दिसंबर ले 15 फरवरी तक कोदो, कुटकी अउ रागी के उपार्जन वन समिति मन के महिला समूह के माध्यम ले वन विभाग डहर ले करे जाही।
ए बखत डीएफओ कोण्डागांव रमेश जांगड़े ह बताइन के कोदो, कुटकी अउ रागी के उपार्जन बर वन प्रबंधन समिति मन के नोडल एजेंसी बनाये गे हावय। जिहां कोदो, कुटकी 3.5 क्विंटल प्रति एकड़ फसल के क्रमशः 3000 अउ 3100 रूपिया प्रति क्विंटल दर ले उपार्जन करे जाही। उहें रागी के 02 क्विंटल प्रति एकड़ उपार्जन 3578 रूपिया प्रति क्विंटल के दर ले करे जाना हावय। जेकर खातिर शासन डहर ले दिशा निर्देश जारी करे गे हावयं। जेकर मुताबिक केवल नवा उत्पादित कोदो कुटकी के उपार्जन करिन जाना हावय। ओमा 12% ले कम नमी अउ साफ-सुथरा होना चाही। उपार्जित धान के खातिर वन प्रबंधन समिति मन के निर्देशित करत होइस ओमन 3 दिन के भीतर वन विभाग डहर ले के गे बेवस्था मुताबिक उठाव सात दिन के भीतर जिला यूनियन के माध्यम ले ट्रांसपोर्टिंग करिन जाही। कोदो कुटकी बर 50 किलोग्राम के बोरे तइयार करे जाही। इंकर प्रसंस्करण के खातिर विस्ता्र ले कार्ययोजना तको तइयार के जात हावय।

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।