निःशुल्क कृत्रिम हाथ लगाये बर 18 दिसंबर के लगही शिविर

अंजोर
0
निःशुल्क कृत्रिम हाथ लगाये बर 18 दिसंबर लगही शिविर
निःशुल्क कृत्रिम हाथ लगाये बर 18 दिसंबर लगही शिविर


अंजोर.दुर्ग। जिला म रत्न निधि चेरिटेबल ट्रस्ट, मुबंई रोटरी क्लब ऑफ पूना डाऊनटाऊन अउ जैनत्व महिला मंडल, पद्मनाभपुर, दुर्ग के समिलहा सहयोग ले 18 दिसंबर 2022 के जैन दादाबाड़ी मालवीय नगर  दुर्ग म शिविर के आयोजन करे जाही। शिविर के आयोजन बिहनिया 9 बजे ले मंझनिया 3 बजे तक करे जाही। अइसे लोगन जेकर कोहनी के खल्हे मूल हाथ के हिस्सा नइ होए म ओला कई दिक्कत के सामना करना पड़त हावय, ये लोगन के शिविर म अमेरिका ले बने कृत्रिम हाथ लगाये जाही। जेकर ले लोगन अपन दैनिक दिनचर्या के बुता आसानी ले कर सकही। शिविर म 10 विशेषज्ञ डॅाक्टर के टीम के डहर ले हाथ लगाये बुता करे जाही। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ह तको अपन प्रतिक्रिया दीस। जेमा ओमन किहिन के द्विव्यांगजन के खातिर अइसे शिविर के जरूरी पहल बताइन अउ ओमन जरूरतमंद ले अपील करे के ए शिविर के लाभ लेही।

जैनत्व महिला मंडल के अध्यक्ष श्रीमति अनिता पारख ह बताइन के दूर्भाग्यवश जेकर हाथ नहीं हावय या कोनो सेती वश जेकर हाथ कटगे हावय, ओला फोकट म कृत्रिम हाथ लगाये के बुता हमर संस्था के डहर ले करे जाही। ओमन ये तको बताइन ये कृत्रिम हाथ अमेरिका ले बनके आही जेकर मद्द ले हितग्राही खाना बनाना, लिखना, गाड़ी चलाना, धान कटाई जइसे बुता करके सक्षम बन सकही। ओमन बताइन के कृत्रिम हाथ लगाये के खातिर कोहनी के खल्हे कम ले कम 4 इंच हाथ के हिस्सा होना चाही जेकर ले कृत्रिम हाथ के आसानी ले लगाये जा सकत हावय। अभी तक 110 मरीज मन के पंजीकरण होइस हावय। हमर संस्था के उद्देश्य हावय के जादा ले जादा लोगन के जोड़के ए शिविर के लाभ दे सके। ए शिविर म छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान अउ आन राज्य के लोगन तको पंजीयन करके चुके हावयं। जेन तको ए शिविर के लाभ उठाना चाहत हावयं वो पंजीयन करा के सामिल हो सकत हावयं। कृत्रिम हाथ के उपयोग लइका अउ वयस्क आसानी ले करके सकत हावयं। शिविर बर विस्ता्र ले जानकारी के खातिर फोन क्रमांक 99930-67333, 93290-28500 अउ 98261-32795 म संपर्क कर सकत हावय।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !