दुर्ग अरसनारा के महिला मन सब्जी अउ फूल के खेती ले बनत हावय आत्मनिर्भर

अंजोर
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अंजोर.दुर्ग 05 दिसंबर। जिला के पाटन विकासखण्ड के गांव पंचायत अरसनारा म गउठान निर्माण के संग-साथ चारागाह अउ बाडी भी विकसित करे गे हावय। गांव पंचायत अरसनारा म गोबर बेच करके ग्रामीण अतिरिक्त आय अर्जित करत हावय। जेमा गांव अरसनारा के 02 स्व-सहायता समूह के सामुदायिक बाड़ी बर भूमि उपलब्ध कराये गे हावय। जेमा महिला मन गेंदा फूल ले लेके सब्जी, भाजी के उत्पादन भी करत हावय।

जेमे उद्यानिकी विभाग डहर ले 3,000 गेंदे के पौधा मन अउ प्याज, भिन्डी, लौकी अउ बैगन के बीजहा म नगद अनुदान दे गिस। उद्यानिकी विभाग ले अनुदान के संग समय-समय म तकनीकी मदद बर विभाग के अधिकारी मन डहर ले सरलग मार्गदर्शन अउ सहयोग दे जात हावय। शुरुआत म पंचायत डहर ले स्वयं आगू आके चारागाह अउ बाड़ी के विकास के बुता करिन गे फेर जनपद पंचायत पाटन डहर ले समूह ले गोठबात करके स्व मदद समूह के प्रेरित करिन। जेकर परिणाम आज सबके आगू हावय, आज भगवती स्व-सहायता समूह अउ जय मां संतोषी स्व-सहायता समूह के महिला मन स्वस्फुर्त बुता करके लाभ अर्जित करत हावय। समूह डहर ले अब तक 90 हजार रूपिया खर्च कर, कुल 100 क्विटंल सब्जी उत्पादन करे जा चुके हावय। जेला बेचे करके 2 लाख 35 हजार रूपिया रकम मिलिस, जेमा समूह के 1 लाख 45 हजार  रूपिया के शुद्ध मुनाफा होइस हावय। आज ग्रामीण स्तर म इहाँ के महिला मन एनजीजीबी योजना ले लोकल मार्केट म सब्जी बेच करके आय अर्जित करत हावय।

वर्तमान म करे जात गेंदा के फूल के खेती ले रोज 40-50 किलोग्राम फूल के उत्पादन करे जात हावय। जेला समूह के महिला मन के 600-800 रूपिया रोजदिन आय प्राप्ति होत हावय। अंकेश साहू ह बताइन के गेदा के पौधा मन म 35-40 दिन म फुल के आना सुरू हो जाथे। 3-4 महिना के पौधा मन म सरलग फुल आथे।

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