अंजोर.रायपुर,19 सितंबर। छत्तीसगढ़ म अतेक गुनी कलाकार रिहिन जेमन मन इहां के पारंपरिक कला ल आत्मसात करके मौखिक ले लिखित परंपरा तक संजोए राखे के बाना उंचाये रिहिस। अऊ वो सियान मन जब ये दुनिया ले जाथे तव सिरिफ परिवार भर नहीं भलूक छत्तीसगढ़ी कला जगत ल रोवा जाथे। आज अइसने एक दुखत आरो मिले हावय के रहस परंपरा के सिद्धस्थ आचार्य गोंदिल प्रसाद अनुरागी अब ये दुनिया म नइ रिहिस। पुरखा सियान अनुरागी जी रहस परंपरा के सुप्रसिद्ध कलाकार रिहिस। केहे जाथे उनला पुरा रहस गुटका कंठस्थ रिहिस। आपार लोकप्रियता के चलत वोमन विधायक अउ संसद पद म तको पहुँचे देश अउ समाज के सेवा करिस। अइसन सुजानी सियान ल सुरता करत सबो छत्तीगढि़या समाज उनकर आत्मा के शांति खातिर श्रद्धांजलि अरपित करत हावय।
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