खाली परे खदान बनही अब जंगल, मुख्यमंत्री दाऊ भूपेश बघेल ह नंदिनी माइंस म मनखे के बनाये जंगल के करिस अवलोकन, इहां लगही 83 हजार ले आगर पौधा

अंजोर
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अंजोर.रायपुर, 15 सितंबर। दुर्ग जिला के नंदिनी के खाली परे माइंस म मनखे मनके बनाय जंगल उपजही। इहां जबर जंगल विकसित करे जात हावय। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह नंदिनी म ए प्रोजेक्ट के अवलोकन करिन। नंदिनी के खाली पड़े खदान के जमीन म ये प्रोजेक्ट विकसित करे गे हावय। लगभग 3.30 करोड़ रूपिया के लागत ले ये प्रोजेक्ट तइयार करे गे हावय। आज जन वन कार्यकम म मुख्यमंत्री श्री बघेल ह इहाँ बरगद के पौधा लगाइस अउ जंगल के अवलोकन करिन। जानबा होवय के येकर खातिर डीएमएफ अउ आन मद ले रकम ले गे हावय। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश म पर्यावरण संरक्षण के खातिर ये प्रोजेक्ट तइयार करे गे हावय। ये प्रोजेक्ट देश दुनिया के आगू उदाहरण हावय के कोन रकम ले निष्प्रयोज्य माइंस एरिया के नेचुरल हैबिटैट के बड़े उदाहरण के रूप म बदले जा सकत हावय।

मुख्यमंत्री ह ए मउका म अपन संबोधन म किहिन के पर्यावरण ल संरक्षित करे ये प्रशंसनीय कदम हावय। इहां 100 एकड़ म औषधीय पौधा मन अउ फलोद्यान भी विकसित होही। ओमन किहिन के पर्यावरण संरक्षण बर ये बड़का पहल हावय। येकर ले प्रदूषण के नियंत्रित करे म भी मदद मिलही।

ओमन बताइन के 83000 पौधा मन लगाये जा चुके हावयं। 3 साल म ये क्षेत्र पूरा रकम ले जंगल के रूप म विकसित हो जाही। इहां म विविध प्रजाति के पौधा लगे के सेती ले इहां के प्राकृतिक परिवेश गजब समृद्ध होही। इहां म पीपल, बरगद जइसे पेड़ लगाए गे हावयं जेकर उमर काफी जादा होथे। हावय संग ही हर्रा, बेहड़ा, महुवा जइसे दवई पेड़ भी लगाए गे हावयं।

चिरई मन के खातिर रहवास- पूरा प्रोजेक्ट के ए रकम ले विकसित करे गे हावय के ये पक्षि मनके खातिर भी आदर्श रहवास बनही अउ पक्षि पार्क के रूप म विकसित होही। इहां म एक बहुत बड़का वेटलैंड हावय जिहां म पहिली ही विसलिंग डक्स, ओपन बिल स्टार्क उक लक्षित करे गे हावयं इहां झील अउ नजदीकी परिवेश के पक्षि के ब्रीडिंग ग्राउंड के रूप म विकसित होही।

इको टूरिज्म के होही विकास- येकर संग ही ए मानव बने जंगल म घूमे के खातिर भी विशेष बेवस्था होही। येकर खातिर भी जरूरी बुता योजना बनाये गे हावय ताकि ये छत्तीसगढ़ ही नइ बल्कि देश के सबले बेहतरीन पर्यटन जगह म सामिल हो सकही।

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