जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी ह गत् दिन रेडक्रास सभाकक्ष रायपुर म अंतर्विभागीय जिला स्तरीय समन्वय समिति के बइठक रायपुर लिस। एमे स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला अउ बाल विकास, नगर निगम, इंडियन मेडिकल एसोशिएन, एन.जी.ओ के प्रतिनिधि, मितानिन, समन्वयक शामिल होइन।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विमल किशोर राय ह एम.डी.ए प्रोग्राम अउ लिम्फेटिक फाईलेरिसिस के बारे म बताइन के ये एक परजीवी के डहर ले होए वाला रोग हावय। ये लिम्फेटिक फाइलेरिएसिस वाउचेरेरिया बैंक्रपटाई अउ बुरजिया मलाई नामक निमेटोड के सेती होथे। नर अउ मादा परजीवी मनुष्य के लिम्फनोड म रहते हावय, जिहां म मादा हजारों के संख्या म माईक्रोफाईलेरिया उपजे हावयं।
अभियान के तहत् दवा खवइया ल जनसंख्या के उमर के मुताबिक डी.ई.सी. अउ अल्बेन्डाजाल के दवई खिलाई जाही। उमर के मुताबिक 2 ले 5 साल के लइका ल डी.ई.सी के 1 टेबलेट, 6 ले 14 साल लइका ल 2 टेबलेट अउ 15 साल ले जादा उमर के लइका ल 3 टेबलेट अउ ये सबो उमर वर्ग के लोगन के अल्बेन्डाजाल के 1-1 टेबलेट दे जाही।
ये टेबलेट गर्भवती महिला, दू साल ले छोटे लइका अउ अत्यन्त सियान व्यक्ति, जेन गंभीर बीमारी ले ग्रस्त हावय ओला नइ दीस जाही। रायपुर जिला म दवा खाने योग्य जनसंख्या 2,41,826 के लक्ष्य रखे गे हावयं। इसकें खातिर 8,124 टीम लगाये गे हावय।
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