राज्य म कोरोना संकट के बावजूद चालू साल के बखत तेन्दूकपाना के सकेले बुता बने रकम ले संचालित होइस। येकर सीधा-सीधा लाभ राज्य के लगभग 13 लाख आदिवासी-वनवासी संग्राहक परिवार के मिले हावय। राज्य म ए बखत महीना जून के अंत तक 13 लाख 5 हजार 797 मानक बोरा तेन्दूबपाना ल सकेले गे हावय, जेन लक्ष्य 16 लाख 71 हजार 700 मानक बोरा के 78 प्रतिशत ले जादा हावय। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला ह बताइन के एमे तेन्दूपपाना सकलइया के 522 करोड़ रूपिया ले जादा के रकम भुगतान योग्य हावय। राज्य म अभी के बेरा म तेन्दूघपाना के सकला दर 4000 रूपिया प्रति मानक बोरा के करार हावय।
राज्य म ए साल वन मंडलवार सबले जादा पहिली भानुप्रतापपुर म 91 हजार 320 मानक बोरा तेन्दूजपाना के सकेले गे हावय। इही रकम ले बलरामपुर म 90 हजार 540 मानक बोरा, सुकमा म 76 हजार एक मानक बोरा, बीजापुर म 75 हजार 341 मानक बोरा अउ पश्चिम भानुप्रतापपुर म 75 हजार 120 मानक बोरा तेन्दूोपाना के सकेले हावय। एमे वन वृत्तवार जगदलपुर के ले एक लाख 76 हजार 593 मानक बोरा तेन्दू पाना के सकेले गे हावय। एमे तेन्दू पाना सकलइया के 70 करोड़ 64 लाख रूपिया के भुगतान योग्य रकम म ले अब तक 70 करोड़ 26 लाख रूपिया के रकम के भुगतान सकलइया ल करे जा चुके हावय।
इसी रकम ले वनमंडल कांकेर ले 2 लाख 49 हजार 679 मानक बोरा तेन्दूपपाना के सकेले हावय। एमे सकलइया के 99 करोड़ 87 लाख रूपिया के भुगतान योग्य रकम म ले अब तक 98 करोड़ 77 लाख रूपिया के रकम के भुगतान कर दे गे हावय। वनमंडल दुर्ग के एक लाख 58 हजार 651 मानक बोरा तेन्दूनपाना के सकेले गे हावय। एमे 63 करोड़ 46 लाख रूपिया के भुगतान योग्य रकम म ले सकलइया के 62 करोड़ 29 लाख रूपिया के भुगतान हो चुके हावय। वनमंडल रायपुर के एक लाख 88 हजार 527 मानक बोरा तेन्दू पाना के सकेले हावय। एमे 75 करोड़ 41 लाख रूपिया के भुगतान योग्य रकम म ले 75 करोड़ 30 लाख रूपिया के रकम के भुगतान कर दे गे हावय।
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