उत्तर बस्तर कांकेर के स्व-सहायता समूह के महिला मन डहर ले आने-आने आर्थिक गतिविधि जइसे वर्मीकंपोस्ट उत्पादन, मुर्गी पालन, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन इत्यादि बुता करके आमदनी पावत हावय। इहां चारामा विकासखण्ड के आंवरी गोठान म वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन, मुर्गी पालन, सब्जी उत्पादन, मक्का अउ अरहर अउ मशरूम उत्पादन करके स्व-सहायता समूह के महिला मन आसपास के गांव म मुर्गी अउ सब्जी बेचके अपन आर्थिक स्थिति मजबूत करत हावय। शासन के गांव सुराजी योजना के तहत निर्मित आंवरी गउठान स्थानीय स्वसहायता समूह के महिला मन ल रोजगार दिलाये के संग ओमला आमदनी भी उपलब्ध करात हावय।
जिला पंचायत कांकेर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे ह बताइन के कोराना संक्रमण के ए दौर म राज्य शासन के गांव सुराजी योजना के तहत् नरूवा, गरूवा, घुरूवा अउ बाड़ी गांव वाला के खातिर वरदान साबित होत हावय। चारामा विकासखण्ड के गांव आंवरी गउठान के गुरू घासीदास महिला स्व-सहायता समूह के महिला मन डहर ले 33 हजार रूपिया के वर्मी विक्रय करे गे हावय। इही रकम ले जय अम्बे स्व-सहायता समूह के महिला बिहान योजना के तहत बैंक लिंकेज अउ पशु विभाग के अभिसरण ले कड़कनाथ मुर्गी पालन के बुता करत हावय, उंकर डहर ले 01 लाख 22 हजार 500 रूपिया के मुर्गी बेचे गे हावय। जय सफुरा माता समूह के डहर ले सब्जी, मक्का अउ अरहर उत्पादन करके 01 लाख 32 हजार के सब्जी बेचे गे हावय। ए रकम आंवरी गउठान म स्व-सहायता समूह के महिला मन डहर ले वर्मी कम्पोस्ट, मुर्गीपालन, सब्जी उत्पादन, मक्का अउ अरहर अउ मशरूम उत्पादन करके 02 लाख 96 हजार 500 रूपिया म बेचे गे, जेमा ओला 02 लाख रूपिया के शुद्ध आमदनी होइस। गउठान म काम करइया सबो महिला सदस्य मन ल 8 ले 10 हजार रूपिया के फायदा होइस हावय।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।