शिक्षा के क्षेत्र म प्रौद्योगिकी के विकास के सेती केऊ देश ह प्रौद्योगिकी के उपयोग करके वर्चुअल स्कूल के स्थापना करे गे हावय। संयुक्त राज्य अमेरिका अउ ऑस्ट्रेलिया जइसे देश म पाछु कई साल ले वर्चुअल स्कूल संचालित हावयं। ये वर्चुअल स्कूल अइसे विद्याथी मनल पढ़ाने के बुता करत हावयं जेन सरलग रूप ले स्कूल म अध्ययन नइ करके सकथे। छत्तीसगढ़ म अइसे विषय के पढ़ाई के बुता छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल ल दे गे हावय। अभी तक छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल डहर ले अइसे पढ़इया मन के पठन-पाठन के सामग्री उपलब्ध कराये जात हावय अउ कुछ दिन के लिये अध्ययन केन्द्र म समक्ष पढ़ाई के मउका भी दे जात हावय जेकर पाछु ये विद्यार्थी छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के परीक्षा म सामिल होके प्रमाण म पावत हावयं। छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के प्रमाण पत्र छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के प्रमाण पत्र के समतुल्य हावय।
छत्तीसगढ़ वर्चुअल स्कूल के पोर्टल के निर्माण एनआईसी डहर ले करे जात हावय जेन virtualschool.cg.nic.in म उपलब्ध होही। ए पोर्टल म विद्यार्थी अपन इच्छा अनुसार, पात्रतानुसार कोनो भी पाठ्यकम म प्रवेश ले सकत हावयं। ए पोर्टल म विषयवार लर्निंग वीडियोस, स्टडी मटेरियल, असाइनमेंट, क्विज़ उक उपलब्ध रइही जेला विद्यार्थी कहीं ले भी इंटरनेट के माध्यम ले देख सकत हावयं। विद्यार्थी के अपन चुने मेंटर ले शंका संबंधी प्रश्न पूछक अउ गोठबात करे की भी सुविधा होही। वर्चुअल स्कूल के पाठ्यक्रम, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के पाठ्यक्रम म लगभग 30 प्रतिशत कटौती करके तइयार करे गे हावय। वर्चुअल स्कूल के सबोच विषय के पाठ्यकम ल 10 इकाई म विभाजित करे जाही सबोच इकाई ले संबंधित पाठ्य सामग्री पीडीएफ फाईल के रूप म वेबसाईट म अपलोड करे जाही अउ आवश्यकतानुसार सबोच इकाई के खातिर वीडियो लेक्चर तइयार करवा के वेबसाईट म अपलोड करे जाही। सबोच विषय के सबोच इकाई के खातिर असाइनमेंट जारी करे जाही। सबसे पहिली पढ़ईया के पहिली इकाई के आधार म असाइनमेंट जारी करे जाही।


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