अंजोर.अंबिकापुर। सरगुजा अंचल के सबले बड़का सरकारी जलसा मैनपाट म होथे जिहां ग्राम्य जीवन के झलक के संग अनेक संस्कृति के समाग देखे बर मिलथे। ऐसो ये जलसा के आयोजन 12 ले 14 फरवरी तक तीन दिन के होही। जेमा पहिली दिन प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जी तको सामिल होही। मिले आरो के मुताबिक श्री बघेल पुलिस परेड ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर ले हेलीकॉप्टर म 3 बजे मैनपाट पहुंचही।
जानबा होवय के सरगुजा अंचल के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच प्राचीन धरोहर अउ लोक जीवन के मनुहार मन ल गजब आनंदित करथे। इही सेती तो देश-विदेश के सौलानी मन इहां घुमे-फिरे बर आथे। महेशपुर दीपाडीह म पत्थर नक्काशी वास्तुकला, देवगढ़ के मंदिर म प्राचीन मूर्ति, रामगढ़ पहाड़ी के अति प्राचीन नाट्यशाला, कैलाश गुफा अउ मैनपाट के बुद्ध मंदिर ह घेरी-बेरी अंबिकापुर बलाथे।
दुनिया भर म विख्यात मैनपाट म केऊ ठी संस्कृति के संगम होथे, येला छत्तीसगढ़ के शिमला तको केहे जाथे। अब इहां सैलानी मन ल आकर्षित करे खातिर मैनपाट महोत्सव के आयोजन तको करे जावथाबे। एसो के आयोजन ह 12 ले 14 फरवरी तक होवइया हाबे। जलसा म होवइया कार्यक्रम खातिर मैनपाट के रोपाखार जलाशय तिर बड़का मंच बनाये गे हावय जिहां ले छत्तीसगढ़ के अलावा मुंबई अउ पटना-बिहार के कलाकार मनके रंगारंग प्रस्तुति होही। मिले आरो के मुताबिक ऐसो पद्मश्री कैलाश खेर, अक्षरा सिंह, कालज राघवानी, खेसारी लाल यादव, करण रंधावा, पद्मश्री अनुज शर्मा, दिलीप षडंगी, घनश्याम महानंद, आरू साहू सहित अऊ आंचलिक कलाकार मनके कार्यक्रम होही।
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