वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय श्री ललित सुरजन के श्रद्धांजलि सभा म शामिल होइन मुख्यमंत्री

अंजोर
0

अंजोर.रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रगतिशील विचारक, लेखक, कवि अउ वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय श्री ललित सुरजन के श्रद्धांजलि सभा म शामिल होइन। ओमन स्वर्गीय श्री ललित सुरजन के चित्र म पुष्प अर्पित करके विनम्र श्रद्धांजलि देस। मुख्यमंत्री ह खालसा स्कूल परिसर स्थित माता सुंदरी सभाकक्ष म आयोजित ये श्रद्धांजलि सभा म किहिन के श्री ललित सुरजन जी के निधन हम सबके खातिर अपूरणीय क्षति हावय। उंकर निधन ले पत्रकारिता ल तो नुकसान होहे हमु मन एक अभिभावक ल खो देन। हर वर्ग के लोगन उंकर संग गंभीर विषय म विचार विमर्श करत राहय। रायपुर म कोनो भी सामाजिक कार्यक्रम हो अउ ओमा वोहा उपस्थित न हों, हम अइसे कल्पना तको नइ करत रेहेन। उंकर जाये ले रिता होए ये स्थान ल कोन भरही। 

स्वर्गीय श्री ललित सुरजन के सरल-सहज अउ विनम्र व्यक्तित्व म प्रकाश डालत मुख्यमंत्री श्री बघेल ह किहिन के ललित जी हर विचारधारा के लोगन के संग घुल-मिल जावय। भले ही उंकर विचार अलग हों, मुस्करा करके बात ल ध्यान ले सुने। देशबंधु के माध्यम ले जोन लौ स्वर्गीय श्री मायाराम सुरजन जी ह जलाये रिहिन, ओला श्री ललित सुरजन जी ह बखूबी आगे बढ़ाये हाबे। देशबंधु के पाठशाला ले निकले अनेक लोगन बहुत ऊंचाई तक पहुंचे। मुख्यमंत्री ह किहिन के आज भले ही श्री ललित सुरजन जी हमार बीच नइ हावय, फेर उंकर विचार अउ उंकर संग बिताए बेरा के सुरता हमर संग रइही। ललित सुरजन जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी रिहिस।

ओमन अनेक क्षेत्र म विशिष्ट योगदान दे हावय। उंकर विचार अउ बुता ल आगू बढ़ाना ही उंकर प्रति हमर सच्चा श्रद्धांजलि होही। मुख्यमंत्री ह स्वर्गीय श्री ललित सुरजन जी के परिजन के प्रति संवोहादना प्रकट करत उंकर आत्मा के शांति के खातिर ईश्वर ले प्रार्थना करिन। श्रद्धांजलि सभा म दू मिनट के मौन रखके स्वर्गीय श्री ललित सुरजन जी ल श्रद्धांजलि दे गिस। श्रद्धांजलि सभा म गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राजेश्री राम सुंदर दास, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदेप जुनेजा, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा सहित अनेक वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार, जनप्रतिनिधि, विभिन्न संगठन के प्रतिनिधि अउ प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रिहिस।  

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !