- विश्व आदिवासी दिवस के रइही अवकाश
- गोंडी ल प्राथमिक पाठ्यक्रम म सामिल करे जाही।
अंजोर ए। प्रदेश के मुख्यिा भूपेश बधेल जी ह धमतरी जिला के दौरा करिन अउ सबले आगू गंगरेल के माता अंगारमोती के दर्शन करिन तेकर पाछू उहां के अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड़ महासभा के स्थापना दिवस के मउका आयोजित आदिवासी सम्मेलन म सामिल होइन। ये मउका म ओमन आदिवासी समाज के बड़ा सामाजिक सियान मन सो मेल मुलाकात करके उंकर समस्या ल सुनिन अउ जलसा म अपन विचार रखत किहिन के आदिवासी समाज के उत्थान अउ विकास खातिर हरसंभव मदद करबोन। छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज के हमर भाई बहिनी मन के सुरक्षा खातिर बने आदिवासी सुरक्षा कानून के कड़ाई ले पालन करे जाही।
ओमन सभा म आगु किहिन के वन अधिकार अधिनियम के प्रावधान के तहत आदिवासी मनला उंकर काबिज भूमि के वनाधिकार पट्टा दिये जाही। येकरे संग मुखिया जी ह 09 अगस्त माने विश्व आदिवासी दिवस के दिन सामान्य अवकाश घोषित करे के घोषणा तको करिन हावय। छत्तीसगढ़ म गोड़ समाज म प्रमुखता ले बोले जाने वाला गोंडी बोली के सरेखा खातिर जबर फइसला करत किहिन के गोंडी पढ़ाये खातिर अब शिक्षक नियुक्त करे जाही अउ प्राथमिक स्कूल के पाठ्यक्रम म तको ऐला सामिल करे जाही।
ये मउका म आदिम जाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, राज्यसभा सांसद श्री रामविचार नेताम, गोंडवाना गोंड महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिशुपाल शोरी, विधायक सर्वश्री मनोज मंडावी, श्री संतराम नेताम, श्री मोहन मरकाम, श्री चंदन कश्यप, श्री लखेश्वर बघेल, श्री खेलसाय सिंह, श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव, श्री अनूप नाग, श्री गुलाब कमरो, श्री विक्रम मंडावी, श्री इंद्रशाह मंडावीं, श्री डमरूधर पुजारी, पूर्व सांसद श्री सोहन पोटाई, पूर्व मंत्री श्री माधवसिंह ध्रुव, समाज के प्रांताध्यक्ष श्री नवल सिंह मंडावी सहित अउ गजब झिन बड़का समाज के मुखिया मन जुरियाए रिहिन।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।