छत्तीसगढ़ राज्य बने के बखत 16 जिला म सिरिफ 9 जिला म श्रम दफ्तर रिहिस अउ 4 जिला म औद्योगिक स्वास्थ्य अऊ सुरक्षा दफ्तर। अब पूरा 33 जिला म श्रम दफ्तर चलत हावय, अउ 10 जिला म औद्योगिक स्वास्थ्य अऊ सुरक्षा दफ्तर बन गे हावय। साल 2008 म रायपुर म राज्य स्तर के इंडस्ट्रीयल हाईजिन लैब चालू होइस।
राज्य बने के बाद साल 2008 म छत्तीसगढ़ भवन अऊ अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल बनिस, अउ 2011 मं छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल बनाय गिस। ए मंडल मन म मजदूर मन के पंजीयन, नवीनीकरण अउ योजना बर आवेदन अब ऑनलाईन होथे। श्रमेव जयते मोबाइल ऐप अऊ विभाग के पोर्टल के जरिया। मजदूर मन ल अब योजना के लाभ डीबीटी के जरिया मिलत हावय।
52 लाख 75 हजार 618 मजदूर मन पंजीकृत
31 जुलाई 2025 तक कुल 52 लाख 75 हजार 618 मजदूर मन पंजीकृत हो चुके हें-
- 5 लाख 41 हजार 920 संगठित मजदूर,
- 30 लाख 21 हजार 624 निर्माण मजदूर,
- अउ 17 लाख 12 हजार 074 असंगठित मजदूर।
राज्य बने के बाद ले अब तक 57 लाख 24 हजार 745 मजदूर मन ल कुल 23 अरब 70 करोड़ 24 लाख 56 हजार 757 रुपिया के लाभ मिले हावय।
श्रमिक सहायता केन्द्र – 24x7 सेवा
मजदूर मन के हित ल बचाय बर, सहायता बर अऊ शिकायत निवारण बर मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केन्द्र रायपुर मं 24x7 चलत हावय। हर जिला मं जिला स्तर अउ ब्लॉक मं मुख्यमंत्री श्रम संसाधन केन्द्र चलत हावय। ए केन्द्र मन के जरिया ले जुलाई 2025 तक 84 हजार 810 निर्माण मजदूर मन ल पंजीयन अऊ योजना आवेदन मं मदद मिलिस।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस अऊ ई-गवर्नेंस
अब कारखाना, दुकान, ठेकेदार मन के पंजीयन, नवीनीकरण, आवेदन – सब ऑनलाइन होथे। श्रम विभाग के वेब पोर्टल अऊ श्रमेव जयते ऐप मं सब सुविधा उपलब्धर हावय। अब सारा रिकॉर्ड डिजिटल रखे जाथे।
भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय ले छत्तीसगढ़ श्रम विभाग ल साल 2020-21 बर ई-गवर्नेंस बर गोल्ड अवार्ड मिले रहिस- ‘ई-श्रमिक सेवा’ योजना बर।
प्रवासी मजदूर नीति 2020
राज सरकार ले 19 जुलाई 2021 ले छत्तीसगढ़ राज्य प्रवासी श्रमिक नीति 2020 लागू करे गेय हावय। ए मं पलायन मजदूर मन के ऑनलाइन रजिस्टर बनाय गेय हावय।
अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना
मुख्यमंत्री अउ श्रम मंत्री के घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ भवन अऊ अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल ले 8 जनवरी 2025 ले अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना सुरु होइस।
ए योजना मं पंजीकृत निर्माण मजदूर मन के दू बच्चा ल कक्षा 6 ले 12 तक के पढ़ई बर निजी स्कूल मं नि:शुल्क दाखिला देवत हें। अभी 100 बच्चा मन के पढ़ई सुरु हो गे हावय।
मजदूर मन के घर बनाय बर 1 लाख रुपिया तक के अनुदान मदद दी जावत हावय। 31 जुलाई 2025 तक 2 हजार 278 मजदूर मन ल आवास बनाय बर सहायता मिले हावय।
पेंशन अऊ अन्न योजना
60 बछर उमर के ऊपर के मजदूर जेन मन 10 बछर पहिली पंजीकृत हें, ओमन ल हर महीना 1500 रुपिया पेंशन मिलत हावय।
शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना मं मजदूर मन ल सिरिफ 5 रुपिया मं गरम अऊ पौष्टिक भोजन मिलथे। 17 जिला मं 37 अन्न केन्द्र चलत हावय, जिहां रोज लगभग 8 हजार मजदूर भोजन करत हें।
कर्मचारी राज्य बीमा सेवा
कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम 1948 के तहत अब कारखाना, ट्रांसपोर्ट, निजी स्कूल अऊ हॉस्पिटल मं कामत लोगन ल सामाजिक सुरक्षा मिलत हावय।
राज्य बनई के बाद योजना 15 जिला मं पूरा अउ 17 जिला के नगर निकाय इलाका मं लागू करे गेय हावय। पहिले सिरिफ 30 हजार कामगार बीमित रहिन, अब ए संख्या 6 लाख 25 हजार ले ऊपर हावय।
औषधालय के संख्या 6 ले बढ़के अब 42 हो गे हावय। रायपुर, कोरबा, भिलाई अऊ रायगढ़ मं 100 बिस्तर वाले अस्पताल बने हावय।
कैशलेस चिकित्सा सुविधा
पहिले मजदूर मन ल खुद पैसा खर्च करे के बाद बिल जमा करना पड़त रहिस। अब साल 2014 ले कैशलेस इलाज सुविधा सुरु हो गे हावय। बीमा वाले हितग्राही मन अधिकृत अस्पताल मं बिना पैसा दे इलाज करवा सकत हें।
बेहतर सेवा अऊ जल्दी निराकरण बर साल 2018 मं छत्तीसगढ़ कर्मचारी राज्य बीमा सोसायटी बनाय गेय, जिहां ले पंजीकृत मजदूर मन अब नियमित लाभ उठावत हें।
राज सरकार के सतत प्रयास ले अब मजदूर मन के जीवन मं ठोस सुधार देखे जावत हावय-
पढ़ई, इलाज, पेंशन, भोजन अऊ आवास तक के सुविधा अब हर मजदूर तक पहुँचत हावय। ए योजना मन ले छत्तीसगढ़ के मेहनतकश लोगन के जीवन मं नवा भरोसा अउ सम्मान आ गे हावय।


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