जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव अउ एग्रीटेक कृषि मेला 2024 के शुभारंभ करिन वित्त मंत्री ओ पी चौधरी

अंजोर
0
Jajwalyadev Folk Festival and Agritech Agricultural Fair 2024 inaugurated


अंजोर.ए। वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ह आज जांजगीर म जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव अउ एग्रीटेक कृषि मेला 2024 के सुरू करिन। ओमन ए मउका म बस स्टेण्ड के तिर म मजदूर के खातिर शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत दाल-भात केन्द्र के सुरू करिन। इहां दाल-भात केन्द्र के सुरू होए ले निर्माणी, संगठित अउ असंगठित वर्ग के मजदूर के मात्र 5 रूपिया म स्वादिष्ट गर्मागरम ताजा भोजन मिलही।

जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव अउ एग्रीटेक कृषि मेला- 

जानबा होवय के ए योजना के क्रियान्वयन के खातिर राज्य शासन (श्रम विभाग) अउ आर. के. एसोसिएट्स नवा दिल्ली के बीच एमओयू म दस्तखत होइस हावयं। जाँजगीर के ए कैंटीन म बिहनिया 9 बजे ले मंझनिया 3 बजे तक गर्म भोजन उपलब्ध कराये जाही अउ भोजन के समय मजदूर के आधार म बदलाव करे जा सकत हाबे। भोजन म 400 गांव चावल, 100 गांव दाल, 100 गांव सब्ज़ी अउ 10 गांव आचार या चटनी अउ आरओ के पानी पीये के खातिर उपलब्ध कराही। मजदूर के खातिर भोजन सप्ताह म 6 दिन उपलब्ध कराइन जाही अउ मजदूर के जरूरत  मुताबिक 7वें दिन तको उपलब्ध कराइन जा सकत हावय। एमओयू के मुताबिक एक थाली भोजन के रकम 52.65 रूपिया करार हावय। जेमा 5 रूपिया मजदूर डहर ले अउ बांचे 47.65 रूपिया श्रम विभाग डहर ले दे जाही। जानबा होवय के शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना साल 2017 ले छत्तीसगढ़ म संचालित हावय। ये योजना रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, राजनांदगाँव, महासमुंद अउ अंबिकापुर म पहिली ले संचालित हो रेहे हावय।

शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना-
शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत दाल-भात केन्द्र का शुभारंभ किया। यहां दाल-भात केन्द्र के शुभारंभ होने से निर्माणी, संगठित एवं असंगठित वर्ग के श्रमिकों को मात्र 5 रूपए में स्वादिष्ट गर्मागरम ताजा भोजन मिलेगा। शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना वर्ष 2017 से छत्तीसगढ़ में संचालित है। यह योजना रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, राजनांदगाँव, महासमुंद तथा अंबिकापुर में पूर्व से संचालित हो रही है।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !