खेत ले प्रसंस्करण इकाई तक सीता, शांति अउ जूही के मजदूर ले उद्यमी बने के सफ़र

अंजोर
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खेत ले प्रसंस्करण इकाई तक सीता, शांति अउ जूही के मजदूर ले उद्यमी बने के सफ़र

रायपुर। कभू दूसर के इहां मजदूरी करइया गांव कटकोना के सीता, शांति अउ जूही अब उद्यमी होगे, ओला विश्वास नइ होवत हाबे के वो आज एक सफल उद्यमी के रूप म अपन क्षेत्र म पहचाने जात हावयं, अउ अपन अलग पहचान बनात हावयं। मनरेगा म मजदूरी अउ खेती बाड़ी म लगे हाथ आज आलू चिप्स के प्रोसेसिंग यूनिट के कुशल कारीगर हावयं।

दरअसल म गांव कटकोना म मुख्यमंत्री ह जब कोरिया आलू चिप्स यूनिट के शुभारंभ करिन, त ये महिला सदस्य मन ह अपन कहानी सुनाईस। ओमन किहिन के सर आप हमना कारोबारी बना देव, अब हम गर्व ले ये काम करत हावन।

ओमन किहिन के मजदूरी करत-करत लगे रिहिस के अब हमर जिनगी इही तक सिमट जाही। फेर तुँहर गउठान योजना ह हमर तकदीर बदल दीस। गउठान म स्थापित ए यूनिट म प्रति दिन लगभग 8 हजार आलू चिप्स के पैकेट बनाए जा सकत हावयं, एमन ल सी- मार्ट म बाजार उपलब्ध कराये गे हावय।

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