घर म बल्ब बनाके महिला मन बढ़ावत हावय अपन आमदनी, बरगत हावय घर के संग जीनगी म नवा अंजोर

अंजोर
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अंजोर.रायपुर, 18 जनवरी। घर म चूल्हां फूंके अउ कभू माचिस ले चिमनी जलाने वाला गांव के ये महिला मन ह समय के संग स्वरोजगार के वो जरिया अपनाया हावय, जेन तकनीकी, फेर अपन हाथ म हुनर सम्हाले के बाद तकनीकी आधारित काम ल न सिर्फ आसान बना दे हावय, बल्कि एलईडी बल्ब बनाये ले जुड़के भविष्य म आमदनी बढ़ाये के नवा संभावना बना लिस। 

कोरिया जिला के गांव छिंदिया म गउठान आजीविका के रूप म सूरज महिला गांव संगठन के महिला मन ह एलईडी बल्ब बनाये के बुता ल अपनाया हावय। ये महिला मन ह महज एक महीना म ही 500 ले जादा बल्ब बनाके अपन आमदनी के नवा संभावना ल विकसित करिन हावय। जिला के गउठान म आने-आने आजीविका मूलक गतिविधी संचालित करे जात हावयं, जेकर ले जुड़के ग्रामीण महिला मन आत्मनिर्भरता के रसता म आगू बढ़त हावय। इही क्रम म गउठान गांव छिंदिया के 8-10 महिला मन ह मिलके लगभग एक महीना पहलेएलईडी बल्ब बनाये के बुता सुरू करिन। 

एक महीना म 550 बल्ब बनाके, 150 बल्ब बेचिस- ये महिला मन ह मात्र एक महीना म ही 500 बल्ब के बनाइन, जेमा ले लगभग 150 बल्ब ल बेचे ले 6 हजार ले जादा आमदनी होइस। इंकर डहर ले 15 वॉट के एलईडी बल्ब 140 रूपिया म बेचे जात हावय जेमा 1 साल 6 महीना के गारण्टी तको दे जात हावय। इही रकम ले 12 वॉट के बल्ब के 120 रूपिया म 1 साल के गारण्टी के संग, 9 वॉट के बल्ब के 60 रूपिया म 6 महीना के गारण्टी के संग अउ 5 वॉट के गारण्टी रहित बल्ब के 30 रूपिया म बेचे जात हावय।

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