मिले आरो के मुताबिक बरसात के पहिली कम्बल पाके लइका अउ उंकर अभिभावक बहुत खुश हावयं। पालक ह छत्तीसगढ़ सरकार के आभार जतात अपन खुशी जाहिर करे हावय। वनांचल के भौगोलिक अउ सामाजिक परिस्थिति ल देखत वित्तीय साल 2020-21 म जिला प्रशासन डहर ले मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान ले कुपोषित लइका अउ शिशुवती अउ गर्भवती महिला मन सहित कमजोर अउ एनीमिक महिला मन ल पौष्टिक भोजन दे के संग आंगनबाड़ी केन्द्र म आने वाला 0-6 साल के सबो 15 हजार लइका ल कम्बल दे के फइसला ले गिस। येकर खातिर जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) ले 71 लाख रूपिया के बेवस्था करे गिस अउ खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के वित्तपोषित संस्था डहर ले कम्बल उपलब्ध कराए गिस।
जानबा होवय के 2007 म बस्तर जिला ले अलग होके बने नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिला दंडकारण्य जंगल क्षेत्र के हिस्सा हावयै। घना जंगल अउ नदिया ले घिरे ए क्षेत्र म गोंड, हल्बी, मारिया, मुरिया जइसे कई जनजाति निवास करत हावयं। जून के पहिली सप्ताह ले शुरू होके शीत ऋतु के अंत तक इहाँ काफी ठण्ड पड़थे। जादा ठण्ड के सेती ले ज्यादातर लइका ए बखत म सर्दी जुकाम जइसे मौसमी बीमारी ले ग्रसित रहिथे। ठण्ड के लम्बा बखत के सामना आदिवासी समुदाय अंगीठी या अलाव जलाके करथे। येमा ले निकले वाला धुंआ भी लइका अउ महिला मन के स्वास्थ्य ल जादा प्रभावित करथे।


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